प्रो कबड्डी लीग 2018: 5 दिग्गज खिलाड़ी जिनका प्रदर्शन मौजूदा सीजन में काफी निराशाजनक रहा है
प्रो कबड्डी लीग का छठा सीजन अबतक काफी शानदार चल रहा है। टूर्नामेंट में कई शानदार मुकाबले तो देखने को मिले ही हैं, लेकिन साथ ही में युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से इस सीजन को और खास बनाया है।
नवीन (दबंग दिल्ली), सिद्धार्थ देसाई (यू-मुंबा), पवन कुमार शेरावत (बेंगलुरू बुल्स) जैसे खिलाड़़ियों ने अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। गौर करने वाली बात यह रह कि रोहित कुमार, परदीप नरवाल और अजय ठाकुर जैसे स्टार खिलाड़ियों के रहते हुए भी इन खिलाड़ियों ने अपने चमक बिखेरी है।
हालांकि इसके बावजूद कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको निराश किया। इस आर्टिकल में हम उन्हीं खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे:
5- राजेश मोंडल: पुनेरी पलटन
डू और डाई रेड के लिए प्रसिद्ध राजेश मोंडल ने प्रो कबड्डी लीग के मौजूदा सीजन में काफी निराश किया है। राजेश मोंडल ने इस सीजन में अबतक 15 में से सिर्फ 7 मुकाबले ही खेले हैं, जिसमें उन्होंने महज 9 रेड पॉइंट ही हासिल कर पाए हैं। शायद इसी वजह से पुनेरी पलटन ने उन्हें ज्यादातर मुकाबलों में बेंच पर ही बिठाया रखा है। पिछले सीजन के प्रदर्शन के आधार पर पुणे ने उन्हें रिटेन तो किया, लेकिन उन्होंने टीम को काफी निराश किया और वो पूरी तरह से आउट ऑफ फॉर्म नजर आ रहे हैं।
4- रिशांक देवाडिगा: यूपी योद्धा
यूपी योद्धा ने रिशांक देवाडिगा को इस साल नीलामी में 1.19 करोड़ में खरीदा था और उनसे काफी उम्मीद भी थी। हालांकि टीम के कप्तान 14 मुकाबलों में सिर्फ 72 पॉइंट हासिल कर पाए हैं, जिसमें उनके नाम सिर्फ एक ही सुपर 10 है। इस सीजन में वो चोट के कारण काफी परेशान रहे हैं, जिसका असर उनकी कप्तानी और प्रदर्शन में देखने को मिला। हालांकि यूपी योद्धा को प्ले ऑफ तक का सफर तय करना है, तो रिशांक को अच्छा करके दिखाना होगा। अभी तक के प्रदर्शन के हिसाब से उनका प्रदर्शऩ निराशाजनक ही कहा जाएगा।
3- मोनू गोयत: हरियाणा स्टीलर्स
प्रो कबड्डी लीग के इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी मोनू गोयत को इस साल नीलामी में हरियाणा स्टीलर्स ने 1.51 करोड़ में खरीदा था और टीम को उम्मीद थी कि मोनू के आने से टीम की रेडिंग को मजबूती मिलेगी। हालांकि ऐसा नहीं हुआ है और मोनू गोयत ने अपने प्रदर्शन से काफी हद तक निराश किया है। मोनू ने 11 मैचों में 71 पॉइंट हासिल किए हैं, जिसमें 3 सुपर 10 शामिल हैं। फिर भी वो अपनी टीम को जीत दिलाने में नाकाम रहे हैं। इसके पीछे की एक वजह यह हो सकती है कि कप्तानी का दबाव भी उनके प्रदर्शन में देखने को मिल रहा है। मोनू भी चोट से परेशान नजर आए हैं और अगर आने वाले मैचों में उनके ऊपर अच्छा करने का दबाव और भी बढ़ जाएगा।
2- राहुल चौधरी: तेलुगु टाइटंस
पोस्टर बॉय के नाम से मशहूर राहुल चौधरी प्रोे कबड्डी लीग के सबसे सफल रेडर्स में से एक हैं। हालांकि इस सीजन में उन्होंने अच्छा तो किया है, लेकिन जैसे प्रदर्शन की उम्मीद फैंस और टीम को उनसे थी, वैसा करने में राहुल चौधरी नाकाम रहे हैं। राहुल चौधरी ने इस सीजन में अबतक 9 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 73 रे़ पॉइंट हासिल किए हैं और वो सिर्फ एक सुपर 10 लगा पाए हैं। हर मैच में वो औसतन 7.7 पॉइंट ला रहे हैं, जोकि उनके स्तर के हिसाब से काफी कम है। अभी भी काफी मैच बाकी है, निश्चित ही राहुल अपने आंकड़ों को बेहतर करने का प्रयास करेंगे।
1- अनूप कुमार- जयपुर पिंक पैंथर्स
यू-मुंबा के लिए 5 सीजन कप्तानी करने वाले दिग्गज खिलाड़ी अनूप कुमार को इस सीजन में पहले सीजन की विजेता टीम जयपुर पिंक पैंथर्स ने इस उम्मीद के खरीदा कि वो अपनी रणनीति से टीम को आगे लेकर जाए। हालांकि इस सीजन में अनूप के हाथ पूरी तरह से नाकामी ही लगी है। अबतक खेले 11 मुकाबलों में अनूप सिर्फ 46 रेड पॉइंट और 12 टैकल पॉइंट ही हासिल कर पाए हैं। इस सीजन में उनके नाम एक भी सुपर 10 या फिर हाई 5 नहीं है।
अनूप कोर्ट में रहते खेल को आगे लेकर चलते हैं, लेकिन पिछले सीजन की तुलना में इस सीजन में टीम को उनसे रेडिंग में उम्मीद थी, जिसमें वो नाकाम रहे हैं और वो टीम के प्रदर्शऩ में भी देखने को मिल रहा है। दीपक निवास हूडा लगातार रेडिंग में अच्छा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें दूसरे रेडर्स का समर्थन नहीं मिल रहा। इसी वजह से अनूप जैसे अनुभवी खिलाड़ी का विफल होना टीम के खराब प्रदर्शन की एक मुख्य वजह भी है।
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मयंक मेहता