साल 2015 के भारत दौरे पर डिविलियर्स बेहतरीन फॉर्म में थे। भारत के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में भी वो शतक लगा चुके थे। विराट कोहली की 138 रनों की पारी की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ्रीका के सामने चेपक के धीमे विकेट पर 300 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में खेलनी उतरी दक्षिण अफ्रीका की पारी शुरुआत से ही लड़खड़ाती नजर आयी और टीम नियमित अंतराल पर विकेट खोती रही। दक्षिण अफ्रीका का कोई भी बल्लेबाज चेपक की इस धीमी पिच पर नहीं टिक पा रहा था लेकिन एक बल्लेबाज था जो सभी बल्लेबाजों से अलग खेल रहा था, लगातार विकेट गिरने के बाद भी वो स्कोर बोर्ड चला रहा था और वो बल्लेबाज था एबी डिविलियर्स। जिस तरीके से डिविलियर्स ने भारतीय स्पिनरों को खेला वो देखने लायक था। अपने कदमों के इस्तेमाल और क्रीज की गहराई के इस्तेमाल से वो लगातार रन बनाते रहे। भारतीय गेंदबाज दूसरे छोर से विकेट ले रहे थे लेकिन ऐसा लगने लगा था कि वो अपने बूते टीम को जीत तक ले जाएंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और अपना 22वां शतक पूरा करने के तुरंत बाद वो आउट हो गए।