ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई 116 रनों की इस पारी ने डिविलियर्स के दूसरे पक्ष को सबके सामने रख दिया। हमेशा धुंआधार बल्लेबाजी खेलने के लिए माने जाने वाले डिविलियर्स ने अपनी टीम के जरूरत के अनुसार सम्भली हुई पारी खेली। डिविलियर्स ने ये पारी उस ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ खेली जो तुरंत ही एशेज में इंग्लैंड को 5-0 से धूल चटा कर आई थी और सेंचुरियन में खेले गये पहले टीम में दक्षिण अफ्रीका को भी हरा चुकी थी। डिविलियर्स दूसरे टेस्ट में अपने 116 रनों की पारी की बदौलत टीम को पहली पारी में 200/5 से 423 के स्कोर तक ले गए। जेपी डुमिनी ने भी डिविलियर्स का पूरा साथ निभाया और टीम को इस लक्ष्य तक पहुंचाया। डिविलियर्स की इस पारी की वजह से उनकी टीम ने इस मैच को 231 रनों से जीतकर सीरीज में बराबरी हासिल कर ली।