2015 विश्व कप में जिम्बाब्वे के हालात ठीक नहीं थे और भारत का प्रदर्शन लगातार बेहतर होता दिख रहा था। ऐसे में किसी को भी जिम्बाब्वे से कोई खास उम्मीद नहीं थी, लेकिन ब्रेंडन टेलर और वैलिअंट की 138 रनों की साझेदारी और तिनाशे पनयंगारा की शानदार बोलिंग ने भारत को बैकफुट पर धकेल दिया। एक बार फिर जिम्मेदारी थी मध्यक्रम के ऊपर यानी रैना और धोनी। रैना ने शांत शुरूआत की, लेकिन गेंदबाजी में ढील मिलते ही रैना ने तेजी से रन बटोरने शुरू कर दिए और टीम को जीत तक ले गए। एक बार फिर भारत की जीत के हीरो बने सुरेश रैना। रैना में इस मैच में शानदार सेंचुरी लगाई।