क्रिकेट के किसी भी भी फॉर्मेट खासकर वन डे क्रिकेट में पार्ट टाइम गेंदबाजों का बहुत ही महत्व है। इस खेल में कई बार ऐसा वक्त आता है जब बल्लेबाज पिच पर खूंटा गाड़ के बैठ जाते हैं। टीम के प्रमुख गेंदबाजों को वे पढ़ चुके होते हैं और उन पर मनचाहा शॉट खेलते हैं। ऐसे में कप्तान कुछ अलग करने की चाह में पार्ट टाइम गेंदबाजों का प्रयोग करता है। कई बार ऐसे गेंदबाज सफल होते हैं और कई बार नहीं। आज का जमाना विशेषज्ञों का जमाना है, लेकिन 90 और 2000 के दशक में एकदिवसीय क्रिकेट में इन गेंदबाजों का प्रयोग बहुत अधिक होता था। आपको याद होगा कि भारत के पास एक समय सचिन, सहवाग, गांगुली और युवराज जैसे पार्ट टाइमर गेंदबाज थे, जो मिलकर पांचवें गेंदबाज की कमी पूरा करते थे। विश्व क्रिकेट में भी हमें शाहिद आफरीदी, सनथ जयसूर्या, अरविंद डिसिल्वा, एंड्रयू साइमंड्स, क्रिस हैरिस, तिलकरत्ने दिलशान, कार्ल हूपर और स्टीव वॉ जैसे तमाम पार्टटाइम गेंदबाजों के उदाहरण मिल जाएंगे, जो अपने टीम के लिए इस भूमिका को अदा करते थे। इसमें शाहिद आफरीदी और सनथ जयसूर्या दो ऐसे गेंदबाज हैं, जिनके नाम गेंदबाजी के कई मुख्य रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। ये तो हुई पूर्व पार्ट टाइम गेंदबाजों की बात, लेकिन आज हम चर्चा करेंगे वर्तमान के 10 दस सर्वश्रेष्ठ पार्ट टाइम गेंदबाजों की-
केदार जाधव
केदार जाधव को एक ऑलराउंडर कहा जाता है, लेकिन वह टीम इंडिया के लिए कभी-कभी ही गेंदबाजी करते हैं। खासकर हार्दिक पांड्या के उभरने के बाद टीम इंडिया में पार्ट टाइमर्स की जरूरत बहुत कम ही रह गई है। इसलिए कप्तान विराट कोहली जाधव का प्रयोग बहुत ही कम मौकों पर करते हैं।
हालांकि जाधव को जब भी मौका मिला है उन्होंने अपनी उपयोगिता साबित की है और अहम मौकों पर विकेट चटकाए हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पिछले मैच में भी जब वार्नर और फिंच की जोड़ी पूरी तरीके से पांव जमा चुकी थी, तब जाधव ने वार्नर को आउट कर टीम इंडिया को थोड़ी सी राहत दिलाई थी।
केविन पीटरसन जाधव को 'पाई चकर्स' बुलाते हैं और अगर पिच थोड़ी सी भी मददगार और धीमी हो, तो जाधव कमाल कर सकते हैं। जाधव ने पिछले साल ही मोहाली की धीमी पिच पर न्यूजीलैंड के खिलाफ 3/29 का आकड़ा दर्ज किया था, जो गेंदबाजी में उनका अब तक का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। तब भी उन्होंने पिच पर टिक चुके टॉम लाथम और केन विलियम्सन को पवेलियन भेजा था।
ट्रेविस हेड
ऑस्ट्रेलियाई ट्रेविस हेड अपने बल्लेबाजी के लिए अधिक जाने जाते हैं, लेकिन कप्तान स्टीव स्मिथ उन्हें कभी-कभी गेंदबाजी की जिम्मेदारी भी थमा देते हैं। हेड ने जनवरी 2016 में वनडे क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था, तब से लेकर वह अब तक 29 वनडे मैच खेल चुके हैं और 5.63 की इकोनॉमी रेट से 12 विकेट लिए हैं।
हेड, केदार जाधव की तरह साझेदारी तोड़ने वाले गेंदबाज नहीं बल्कि रन रोकने वाले गेंदबाज भी है, इसलिए कप्तान स्मिथ उन्हें टीम की जरुरत के हिसाब से तभी गेंद सौंपते हैं, जब रन रोकना ज्यादा जरुरी होता है। उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन 5 ओवर में 22 रन देकर 2 विकेट रहा है, जो उन्होंने पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ कैंडी में लिया था। हालांकि टी-20 क्रिकेट में हेड की इकोनॉमी 8.33 है और अगर उनको अच्छा पार्ट टाइमर बनना है तो उन्हें इस पर काम करना होगा।
ग्लेन मैक्सवेल
ऑस्ट्रेलियाई स्टार ग्लेन मैक्सवेल सीमित ओवरों के क्रिकेट में सबसे बड़े नामों में से एक हैं। वह अपने लंबे हिट मारने की क्षमता की वजह से जानी जाते हैं, लेकिन बीच के ओवरों में उनकी गेंदबाजी करने की क्षमता उन्हें सीमित ओवर के क्रिकेट का एक परफेक्ट क्रिकेटर बनाती है।
मैक्सवेल बिना कुछ खास प्रयोग किए अपने ऑफ स्पिन गेंदबाजी से सटीक जगह पर गेंदबाजी करने का प्रयास करते हैं और अक्सर सफल भी होते हैं। मैक्सवेल ने 80 वनडे मैचों में 41.9 की शानदार स्ट्राइक रेट और 5.53 की इकोनॉमी से 45 विकेट लिए हैं। उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन 9 ओवर में 46 रन देकर 4 विकेट रहा है, जो उन्होंने फरवरी 2015 में इंग्लैंड के विरूद्ध एक त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में हासिल किया था। मैक्सवेल ने इस मैच में 95 रन भी बनाए थे।
क्रेग ब्रेथवेट
वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज क्रेग ब्रेथवेट हाल ही में काफी सूर्खियों में थे, क्योंकि एक लंबे अर्से बाद आईसीसी ने उनके गेंदबाजी एक्शन को उचित ठहराते हुए उन्हें गेंदबाजी करने की मंजूरी दी थी। अब वेस्टइंडीज की टीम उनके गेंदबाजी कौशल का फिर से उपयोग कर सकेगी।
ब्रेथवेट एक ऐसे ऑफ स्पिनर हैं जो मोइन अली की तरह सही जगह गेंद डालने में विश्वास रखते हैं, क्योंकि उनको पता है कि बाकी का काम पिच करेगी। हालांकि ब्रेथवेट दूसरे पार्ट टाइम गेंदबाजों के विपरीत सीमित ओवरों की बजाय टेस्ट में अधिक गेंदबाजी करते हैं और उनके पास टेस्ट क्रिकेट में 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने 2015 के श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में 29-6 के आकड़े दर्ज किए थे।
अब जब ब्रेथवेट को फिर से गेंदबाजी करने की मंजूरी मिल गई है, तब ब्रैथवेट निश्चित रूप से अपने गेंदबाजी नें और धार लाने की कोशिश करेंगे ताकि गेंदबाजी रिकॉर्ड को और बेहतर बनाया जा सके।
केन विलियम्सन
न्यूजीलैंड के कप्तान और वर्तमान में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक केन विलियमसन एक अच्छे पार्ट टाइम गेंदबाज भी हैं। वह अपने ऑफ-स्पिन गेंदबाजी से टीम के गेंदबाजी आक्रमण में एक अतिरिक्त विकल्प को जोड़ते हैं।
विलियम्सन एक क्लासिक एक्शन के गेंदबाज हैं जो अक्सर पिच से टर्न निकालने में सफल होते हैं। उनका लाइन-लेंथ सटीक होता है और वह बहुत कम ही ढीली गेंद फेंकते हैं। स्पिन के सहायक पिचों पर विलियम्सन ने कई मौकों पर अपनी उपयोगिता साबित की है और वनडे मैचों में 38.4 का स्ट्राइक रेट उनकी प्रभावी गेंदबाजी का प्रमाण है।
विलियम्सन ने टेस्ट और वनडे मैचों में 38.93 और 35.6 के औसत से क्रमश: 29 और 33 विकेट लिए हैं। वह टेस्ट और वनडे दोनों में पारी में 4-4 विकेट ले चुके हैं और वनडे में उनका इकोनॉमी रेट 5.6 से भी कम है।
कायरन पोलार्ड
अक्सर गेंदबाजों की हालत खस्ता करने वाले पोलार्ड खुद भी एक अच्छे गेंदबाज हैं और अपने मध्यम तेज और स्लोवर गेंदबाजी से बल्लेबाजों को चकमा देते रहते हैं। पारी के अंतिम ओवरों में पोलार्ड के स्लोवर वन को हिट करना काफी कठिन होता है। धीमी पिचों पर पोलार्ड बल्लेबाजों के लिए और भी घातक हो जाते हैं।
पोलार्ड की गेंदबाजी में विविधता है। वह बल्लेबाजों को सरप्राइज करने के लिए वह गेंद की गति के साथ-साथ उसके लंबाई में भी परिवर्तन करते रहते हैं और यार्कर व शॉर्ट गेंदों का अद्भुत मिश्रण करते हैं।
पोलार्ड ने 101 वनडे में 5.74 की प्रभावशाली इकोनॉमी रेट से 50 विकेट लिए हैं, जिसमें एक बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 विकेट भी शामिल है।
जो रूट
मौजूदा इंग्लैंड टीम के बारे में सबसे अच्छी बात ये है कि इस टीम के पास अच्छे-अच्छे आलराउंडर हैं और हर तरह से टीम के लिए अपना योगदान देना चाहते हैं। इस टीम में बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स, डेविड विली और मोइन अली जैसे खिलाड़ी हैं जो गेंद और बल्ले दोनों से ही प्रभावी हैं। टीम के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और टेस्ट कप्तान जो रूट भी इसके अपवाद नहीं हैं।
सीमित ओवरों के मैच में जब अन्य सभी विकल्प अप्रभावशाली साबित होते हैं तब विपक्षी टीम के रन गति को रोकने के लिए कप्तान इयोन मॉर्गन, रूट को याद करते हैं। वन डे मैचों में 5.69 की इकोनॉमी रेट बताता है कि रूट हमेशा अपने कप्तान के भरोसे पर खरे उतरे हैं।
क्रिकेट के कई विद्वान रूट को आने वाले समय के सर्वश्रेष्ठ पार्टटाइम गेंदबाजों में से एक मानते हैं।
क्रिस गेल
एक समय ऐसा भी था जब क्रिस गेल वेस्टइंडीज के लिए नियमित रूप से गेंदबाजी करते थे लेकिन पिछले कुछ सालों में इसमें काफी कमी आई है। गेल एक ऑफ-ब्रेक गेंदबाज हैं लेकिन वह गेंद की स्पिन के बजाय तेजी पर अधिक विश्वास करते हैं। गेल के खिलाफ रन बनाना बहुत मुश्किल है और वन डे में 4.76 का इकोनॉमी रेट इस तथ्य को साबित भी करता है।
गेल ने 103 टेस्ट और 273 वन डे मैचों में क्रमश:73 और 163 विकेट लिए हैं। गेल के नाम टेस्ट और वन डे दोनों में 5-5 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है।मार्लोन सैमुअल्स
मार्लोन सैमुअल्स पिछले एक दशक के वेस्टइंडीज के पार्ट टाइमर गेंदबाजों में शायद सर्वश्रेष्ठ हैं और उन्होंने कार्ल हूपर की जगह को बखूबी भरा है। हूपर की तरह ही दाए हाथ से ऑफ ब्रेक गेंदबाजी करने वाले सैमुअल्स का सीमित ओवरों के क्रिकेट में बड़ा योगदान रहा है। उनकी तेजी से अंदर की ओर आती गेंदे अक्सर बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी करती हैं। इसके अलावा वह उन दुर्लभ स्पिनरों में से एक है जो यॉर्कर भी डाल लेते हैं।
सैमुअल्स ने 192 वनडे मैचों में 4.81 की किफायती इकोनॉमी रेट से 85 और 69 टेस्ट पारियों में 41 विकेट लिए हैं। हालांकि एक लंबा क्रिकेट करियर होने के बावजूद वह कभी 5 विकेट नहीं ले पाए हैं।
जेपी ड्यूमिनी
जेपी ड्यूमिनी ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया, लेकिन वह सीमित ओवरों के मैच खेलते रहेंगे। ड्यूमिनी के बारे में कहा जाता है कि वह पिछले कुछ सालों में सबसे तेजी से उभरने वाले पार्ट टाइम गेंदबाज हैं।
ड्यूमिनी ऐसे पार्ट टाइमर हैं जो सिर्फ रन रोकने के लिए नहीं विकेट लेने के लिए भी जाने जाते हैं। मददगार पिचों पर ड्यूमिनी गेंद को स्पिन करा के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों को भी परेशान करने की क्षमता रखते हैं। वहीं गैर मददगार पिचों पर वह विकेट लेने के लिए वह हमेशा गेंद की लंबाई में परिवर्तन करते रहते हैं।
ड्यूमिनी 177 वनडे में 49.3 की स्ट्राइक रेट और 5.31 की शानदार इकोनॉमी रेट के साथ 63 विकेट ले चुके हैं। जबकि 46 टेस्ट में उनके नाम 20 विकेट दर्ज है। ड्यूमिनी के नाम टेस्ट और वन डे दोनों में एक पारी में 4-4 विकेट लेने का रिकॉर्ड है, जबकि टी-ट्वेंटी में भी वह एक पारी में 3 विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं।
लेखक - सोहम समददार
अनुवादक - सागर