आईपीएल से हर साल नए युवा क्रिकेटर भारतीय टीम को मिलते हैं। चाहे वो हार्दिक पांड्या हों, अक्षर पटेल, केएल राहुल, युजवेंद्र चहल, ये सभी खिलाड़ी आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद विश्व स्तर पर उभरे। करुण नायर भी इन्ही में से एक खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2016 में जिम्बॉब्वे के खिलाफ वनडे मैच से डेब्यू किया। हालांकि करुण नायर डोमेस्टिक क्रिकेट में लगातार रन बना रहे थे, जिसका उन्हे इनाम मिला। बेहतरीन बल्लेबाजी और खेल को समझने की उनकी कला की वजह से उन्हे कर्नाटक टीम का कप्तान बनाया गया। आईपीएल में भी जहीर खान की अनुपस्थिति में उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी की। नंवबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ मैच से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। तीसरे टेस्ट मैच में ही वो वीरेंद्र सहवाग के बाद तिहरा शतक जड़ने वाले भारत के दूसरे बल्लेबाज बन गए। हालांकि करुण नायर लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। इसीलिए वो टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं। लेकिन उनके अंदर एक बेहतर कप्तान के सारे गुण हैं।