पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग अपनी पीढ़ी के महान खिलाड़ियों में से एक हैं। पोंटिंग ने अपने बल्ले से दुनिया भर के गेंदबाजों की खूब धुनाई की। वह एकमात्र ऐसे बल्लेबाज़ हैं, जिन्होंने अपने 100वें टेस्ट में दो शतक बनाये हैं। क्लाइव लॉयड के बाद एकमात्र ऐसे कप्तान जिन्होंने दो विश्वकप जीते हैं। साल 2003 वर्ल्डकप के फाइनल में उन्होंने भारतीय गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी थीं। उन्होंने इस मैच में 140 रन की पारी खेली थी। जिससे भारत के सामने ऑस्ट्रलिया ने 359/2 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में भारतीय टीम 234 रन पर आलआउट हो गयी थी। 2008 में सिडनी में हुए भारत के साथ दूसरे टेस्ट मैच में उनके खराब बर्ताव के लिए काई आलोचना हुई थी। इस मैच में भारत के खिलाफ अंपायरिंग भी काफी खराब हुई थी। जिसकी वजह से भारत ये टेस्ट मैच हार गया था। भारत के कप्तान अनिल कुंबले ने दुखी होकर कहा था कि इस टेस्ट में एक ही टीम ने टीम भावना से प्रेरित होकर खेला है।