#9 डैमियन मार्टिन
[caption id="attachment_14906" align="alignnone" width="594"] डैमियन मार्टिन[/caption] 1990 के दशक में अपनी क्लास औऱ बेहतरीन टेलेंट के दम पर डैमियन मार्टिन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम में अपनी जगह बनाई। जिसके बाद वो ऑस्ट्रेलियाई टीम का अभिन्न अंग बन गए। 2000 से 2006 तक वो दोनों ही फॉर्मेट में टीम के खास खिलाड़ी थे। उन्होंने खेल की खासियत थी उनके एलिगेंट ड्राइव्स, कट और कलाईयों का प्रय़ोग। उनकी बेहतरीन पारियों पर लोगों को ध्यान नहीं जाता था। टीम में मौजूद एक से बढ़कर एक खिलाड़ियों की मौजूदगी की वजह से उनकी परफॉर्म छिप जाती थी। 2001 में वो 31 साल के हुए। टेस्ट मैचों में उनकी औसत 50 से ज्यादा की थी, लेकिन उनके एक बार भी मैन ऑफ द मैच का खिताब नहीं मिला था। मार्टिन एक बेहतरीन वनडे खिलाड़ी भी थे। उन्होंने अपने वनडे करियर में 5 हजार से ज्यादा रन बनाए। औऱ वो 2003 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे थे। भारत के साथ खेले गए फाइनल मैच में उन्होंने 88 रनों की अहम पारी खेली थी।