जब भी सहवाग बल्लेबाजी करने आते थे तो उनका एक ही मंत्र होता था, गेंद देखो और उसे मारो। उन्हें कभी गेंदबाज ने नाम और उनकी गेंदबाजी से कोई फर्क नहीं पड़ता था। उन्हें उस इस बात से मतलब था कि जो गेंद उनके सामने आ रही है उसे सीमारेखा से बाहर जाना चाहिए।
सहवाग ने हर उस गेंदबाज के साथ ऐसा ही किया जिसका उन्होंने सामना किया, वो भी बेहिचक। लेकिन, एक गेंदबाज जो सहवाग को चुनौती पेश कर सकता था, वह थे ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेफ़ थोम्प्सन।
स्लिंगी गेंदबाजी एक्शन वाले न्यू साउथ वेल्स के इस गेंदबाज को क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज गेंदबाज माना जाता है। विव रिचर्ड्स जैसे बल्लेबाजों के लिए भी थोम्प्सन का सामना मुश्किल साबित होता था। ऐसे में इस ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज और भारतीय सलामी बल्लेबाज का मुकाबला देखने योग्य होता।