कितनी बार ऐसा देखने को मिलता है कि पूरी टीम मिलकर विपक्षी टीम के एक बल्लेबाज से भी कम रन बना पाती है? भारतीय टीम के साथ भी ऐसा हो चुका है और कोई भी भारतीय इस मैच को याद करना नहीं चाहता है।
शारजाह में खेले गये कोका कोला चैंपियंस ट्रॉफी 2000 के फाइनल मुकाबले में सनथ जयसूर्या ने अपनी 189 रनों की पारी की बदौलत भारतीय गेंदबाजों को उधेर कर रख दिया और अपने बूते टीम को 50 ओवरों में 299/5 तक पहुंचा दिया।
उन्होंने 161 गेंदों में 21 चौके और 4 छक्कों की मदद से 189 रन बनाए। सभी को लग रहा था कि जयसूर्या एकदिवसीय मैचों में 200 रनों की पारी खेलने वाले पहले बल्लेबाज बन जाएंगे लेकिन मैच में 12 गेंदें बाकी थी तभी सौरव गांगुली ने उन्हें आउट कर दिया।
300 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी गांगुली की टीम चामिंडा वास और मुरलीधर की गेंदबाजी के सामने बिल्कुल नहीं टिक पाई और पूरी टीम 54 रनों पर पवेलियन लौट गए। भारतीय टीम यह मैच 245 रनों से हार गई।