Ad
हालांकि यह अक्सर कहा जाता है कि मैदान में प्रवेश करने के बाद आप न दोस्त हैं न दुश्मन और वो भी जब आपकी टीम में ही मौजूद लोग रिश्तेदार हो तो और एक परिवार के सदस्य वाले एक पक्ष का नेतृत्व करना एक मुश्किल अनुभव साबित हो सकता है। बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकर रहीम ने ऐसी ही भावनाओं का अनुभव किया है क्योंकि टीम के साथी महमदुल्लाह भी उनके रिश्तेदार थे । टेस्ट मैचों में महमदुल्ला के खराब प्रदर्शन के बाद, अफवाहें थीं कि वह बांग्लादेश के कप्तान के साथ अपने व्यक्तिगत संबंध के कारण टीम में मौजूद थे।
Edited by Staff Editor