मिस्बाह-उल-हक में बड़े-बड़े छक्के मारने की क्षमता थी, लेकिन अपनी इस क्षमता का इस्तेमाल वह जरूरत पड़ने पर ही करते थे। ज्यादातर वह संयमित होकर बल्लेबाज़ी करते थे। साल 2014 में उन्होंने दुनिया को अपनी हिटिंग क्षमता दिखाने का निर्णय लिया। अबुधाबी में ऑस्ट्रेलिया के साथ हो रहे इस मैच में पाकिस्तान का स्कोर 461 रन था, तब मिस्बाह बल्लेबाज़ी के लिए मैदान पर आये थे। पहली पारी में भी वह शतक बना चुके थे। इस पारी में वह तेजी से रन बनाकर पारी घोषित करना चाहते थे। इसलिए मिस्बाह ने तेज बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लिया। मिस्बाह ने मात्र 56 गेंदों में शतकीय पारी खेल डाली। जो मिस्बाह की सबसे आकर्षक वह तेज पारियों में से एक थी। इस पारी में मिस्बाह ने लेग साइड में अच्छे शॉट तो खेले ही साथ ही उन्होंने मौका मिलने पर क्रीज़ से बाहर निकलकर भी शॉट लगाये थे।