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टेस्ट क्रिकेट की किताब तो दोबारा से लिखा गया, जब इस खेल ने वीरेंदर सहवाग जैसे बल्लेबाज़ को देखा। सहवाग अपने बल्ले से गेंदबाज़ों की धज्जियां उड़ा दिया करते थे, जिसके बाद सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका ही नई गेंद को खेलने की बदल गई थी। 'गेंद को देखो और मारो' कुछ इसी अंदाज़ से बल्लेबाज़ी करने वाले सहवाग के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक नहीं बल्कि दो दो तिहरे शतक हैं। भारत की ओर से तिहरा शतक लगाने वाले वीरेंदर सहवाग इकलौते बल्लेबाज़ हैं। स्कोर की तरफ़ न देखने वाले सहवाग के नाम भी ये रिकॉर्ड दर्ज है, जिसनें उन्हें इस फ़ेहरिस्त में शामिल कर लिया है। 2011 के इंग्लैंड दौरे पर एजबेस्टन टेस्ट में सहवाग दोनों पारियों में स्कोरर को परेशान किए बिना ही पैवेलियन लौट गए थे।
Edited by Staff Editor