8.क्लेरी ग्रिमेट (ऑस्ट्रेलिया)
क्लेरी ग्रिमेट जबरदस्त स्पिन गेंदबाज थे। उन्हें फ्लिपर का जनक कहा जाता था। ग्रिमेट पहले तेज गेंदबाज बनना चाहते थे लेकिन अपने स्कूल के एक साथी की सलाह पर वो स्पिन गेंदबाजी की तरफ मुड़ गए। उन्होंने 17 साल की उम्र में ही वेलिंग्टन के लिए अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू कर लिया था। न्यूजीलैंड उस समय टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलता था, इसलिए 1914 में वो ऑस्ट्रेलिया चले गए। उन्होंने अपने करियर में 37 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 216 विकेट लिए लेकिन कभी वाइड गेंद नहीं डाली।
7.डेरेक अंडरवुड (इंग्लैंड)
डेरेक अंडरवुड ने लेफ्ट ऑर्म ऑर्थोडॉक्स स्पिनर थे। उनकी इनस्विंग ऑर्म बॉल बल्लेबाजों को पगबाधा आउट करने के लिए काफी मशहूर थी। उनकी लाइन-लेंथ इतनी अच्छी रहती थी कि उन्होंने अपने करियर में एक्सट्रा के तौर पर कभी भी वाइड गेंद नहीं डाली। 1969 से 1973 तक वो रैंकिंग में टॉप पर थे। उन्होंने अपने करियर में 86 टेस्ट और 26 वनडे खेले।
6.गैरी सोबर्स (वेस्टइंडीज)
सर गारफील्ड सोबर्स वेस्टइंडीज के महान खिलाड़ी थे। उन्हें क्रिकेट का महानतम ऑलराउंडर कहा जाता है। सोबर्स को एक बार डॉन ब्रेडमैन ने 'फाइव इन वन क्रिकेटर' कहा था। बैटिंग और बॉलिंग के अलावा वो विकेटकीपिंग भी कर लेते थे। उन्होंने अपने करियर में 93 टेस्ट और एकमात्र वनडे खेला और कुल 20660 गेंद फेंकी लेकिन कभी वाइड नहीं दी।
5.इमरान खान (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के वर्ल्ड कप विनिंग कप्तान इमरान खान का नाम भी इस लिस्ट में है। उन्होंने अपने करियर में 88 टेस्ट और 175 वनडे मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 362 और 182 विकेट चटकाए। इमरान खान भी उन गेंदबाजों में शुमार हैं, जिन्होंने अपने करियर में कभी वाइड गेंद नहीं डाली।