अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी अन्यदेश पाकिस्तान जितना अप्रत्याशित खेल नहीं खेल पाया है। इस उपमहाद्वीप के राष्ट्र कई बार हारे हुए मैच भी जीत लिये तो कई बार आसानी से जीतने की स्थिति से मैच गंवाने का इतिहास भी है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी यात्रा के दौरान पाकिस्तान एक बेहद मनोरंजक टीम बनी रही है और उसे भारी सफलता भी मिली है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पाक के शानदार रिकॉर्ड का कारण क्रिकेट के खिलाड़ियों की गुणवत्ता है, जो उनके देश का प्रतिनिधित्व करते है। तेज गेंदबाज़ी हमेशा पाकिस्तान का यूएसपी रहा है और साथ ही उनके पास अच्छे बल्लेबाजों और स्पिनरों की भी फ़ौज रही हैं। लेकिन पाकिस्तान के सबसे महान क्रिकेटर कौन हैं? आईये एक नज़र डालते हैं : #फजल महमूद पाकिस्तान का पहला मैच-विजेता, फजल महमूद ने तेज गेंदबाजी और एक जूनून के साथ गेंदबाजी की, जिससे पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने शुरुआती वर्षों में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। पाकिस्तान के दूसरे टेस्ट में 1952 में भारत के खिलाफ फ़ज़ल ने 12 विकेट लिए थे और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 13 विकेट लिए थे और इंग्लैंड के खिलाफ 12 विकेट लिए थे जिससे पाकिस्तान इन देशों के खिलाफ अपनी पहली जीत दर्ज कर सकने में कामयाब हुआ। उन्होंने 34 टेस्ट मैचों में 139 विकेट के साथ अपना कैरियर समाप्त कर दिया और उनका गेंदबाजी औसत 24.70 का रहा। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 10 टेस्ट मैचों में कप्तानी भी की। #अब्दुल कादिर अब्दुल कादिर एक उच्च गुणवत्ता वाले लेग स्पिन गेंदबाज थे और उनके पास पाकिस्तान का सबसे महान स्पिनर बनने के सभी गुण थे। उनके पास बहुत विविधता थी, जो गेंदों पर एक नियंत्रण था और वह बल्लेबाजों को चुनौती देने में हमेशा सक्षम रहते थे। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक पारी में नौ विकेट लिए थे, जो एक पाकिस्तानी गेंदबाज की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी थी और तीन टेस्ट मैचों में तीस विकेट के साथ वह सीरीज उन्होंने समाप्त की थी। उनके नाम 368 अंतरराष्ट्रीय विकेट हैं और एकदिवसीय क्रिकेट में 26.16 का शानदार औसत है। #इंजमाम-उल-हक अपने भारीभरकम शरीर के साथइंज माम-उल-हक ने एक दशक से भी ज्यादा समय तक दुनिया भर के गेंदबाजों पर चढ़कर आक्रमक क्रिकेट खेलते रहे और तेज़ गति के गेंदबाजों के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक के रूप में उभरे। वह आगे बढ़ गेंद मार सकते थे, किसी भी गेंद को पुल कर सकते थे, और स्पिनरों के खिलाफ समान रूप से खतरनाक थे। उन्होंने टेस्ट मैचों में करीब पचास के औसत से 8830 रन बनाए और एकदिवसीय क्रिकेट में दस हजार से ज्यादा रन बनाये हैं, यह एक ऐसी उपलब्धि है जो कि उन्हें पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक बनाती है। #जहीर अब्बास जहीर अब्बास ने 44.79 के औसत से 12 हजार से अधिक रन बनाये हैं। लेकिन उनके रनों से ज्यादा, अब्बास को एक सच्चा लीजेंड वो रन उन्होंने जिस तरह बनाये उसने बनाया था। क्रीज पर अब्बास बहुत शांत रहते थे लेकिन स्थिति पर पूरा नियंत्रण रहता था और स्पिनरों और तेज गेंदबाजों पर आसानी से चढ़कर बल्लेबाज़ी कर सकता थे। उन्हें एशियाई ब्रैडमैन के रूप में जाना जाता है, वह सुन्दर और बेहद स्टाइलिश क्रिकेट खेलते थे। #वकार यूनिस जब वकार यूनिस गेंदबाजी करते थे तो वह एक देखने लायक अनुभव होता था, क्यूंकि वह न सिर्फ केवल तेजी से और स्विंग के साथ बल्कि जहां भी चाहते थे, गेंद लगातार पिच करा सकते थे। अपने चरम पर हों, तो वकार को खेल पाना संभव ही नही था क्योंकि गेंद आमतौर लेट स्विंग हो लग जाती थी और अक्सर बल्लेबाज़ के जूतों पर या लेग स्टंप के आधार पर जा के लगती थी। वकार में 373 टेस्ट विकेट और 416 एकदिवसीय विकेट लिये हैं, जिसमें 35 अंतरराष्ट्रीय पांच विकेट हॉल भी शामिल हैं। #हनीफ मोहम्मद हनीफ मोहम्मद ने पहली बार वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957/8 में 337 रनों की पारी खेली और फिर 1 958/9 में प्रथम श्रेणी के क्रिकेट में सबसे ज्यादा 499 रन की पारी खेली। इन दोनों पारीयों में जबरदस्त धैर्य का प्रदर्शन किया गया था। इन परियों ने उन्हें पाकिस्तान का पहला क्रिकेट सुपरस्टार बना दिया और उनकी बल्लेबाजी उन प्रमुख वजहों में से थी कि जनता के बीच खेल लोकप्रिय बन गया। इस प्रकार पाकिस्तान क्रिकेट में हनीफ की एक गाथा बनी। 55 टेस्ट मैचों के कैरियर में, पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज ने 43.98 के औसत से 3915 रन बनाए, जिसमें 97 पारियों में 27 से अधिक पचास से ज्यादा रन का योगदान रहा। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में, उन्होंने 52.32 के औसत से 55 शतक जमाए हैं। #यूनिस खान 2010 के बाद से, पाकिस्तान में क्रिकेट सुरक्षा चिंताओं और प्रशासन में मुद्दों के चलते अव्यवस्थि हो गया। क्रिकेटरों का अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना बेहद मुश्किल गया, क्योंकि उनके सामने कई समस्याएं आ खड़ी हो गयी थी। इन तमाम समस्याओं के बाद भी यूनुस खान पाकिस्तान के लिये रन बनाते रहे और दस हजार रन बनाने वाले पहले पाकिस्तानी बल्लेबाज बने। यूनुस खान, एक कम आंके जाने वाले और चमक से दूर रहे पाकिस्तानी बल्लेबाज रहे, सभी टेस्ट खेलने वाले देशों में सैकडे तो उनके नाम थे ही साथ ही एक तिहरा शतक और कई अन्य आकड़े भी उनके नाम हैं। उनके 34 टेस्ट शतक भी हैं और उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट में सात हज़ार रन बनाए हैं। #जावेद मियांदाद जावेद मियांदाद क्रिकेट में विस्फोटक बल्लेबाजी और शांत दिमाग के एक खतरनाक संयोजन थे। उनके पास किताब में लिखा हर शॉट मौजूद था लेकिन उन्हें गेंदबाजों को परेशान करने के लिये इनकी जरूरत नहीं थी, क्योंकि उनके चतुर मस्तिष्क और व्यवहार ने अक्सर सारी जरुरी चालें चल दीं। मियांदाद अपने करियर के दौरान पाकिस्तान के सर्वोच्च रन स्कोरर थे और उनके अधिकांश रन तब सामने आये जब उनकी टीम कई बार परेशानी में थी। भारत के खिलाफ मैच जिताने के लिए उनके द्वारा आखिरी गेंद पर लगाये गये छक्के ने उन्हें पाकिस्तान का राष्ट्रीय नायक बनाया और 52.57 के औसत से बनाये गये 8832 टेस्ट रनों के आकड़े बल्लेबाजी कौशल को दिखाने के लिये पर्याप्त हैं।#वसीम अकरम उनकी गेंदबाज़ी में स्विंग, गति और सटीकता तीनों का मेल था। वसीम अकरम में तेज़ गेंदबाजी के सभी पहलू मौजूद थे और वो इनके चलते दुनिया भर के बल्लेबाजों को परेशान किया करते थे। वह दो मुख्य हथियारों, यॉर्कर और रिवर्स स्विंग में विशिष्ट थे, जो करना सबसे कठिन होता है और ये खेलने के लिए सबसे कठिन होते है। 414 टेस्ट विकेट और 502 एकदिवसीय विकेट के साथ क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में एक थे। 1992 के विश्व कप के फाइनल में दो गेंदों में उनके द्वारा लिये गये दो विकेटो ने पाकिस्तान के पक्ष में ट्रॉफी की। #इमरान खान पाकिस्तान के महानतम ऑलराउंडर में से एक और देश के महानतम कप्तान, इमरान खान 1992 में अपनी टीम विश्व कप खिताब जीतने के लिए जिम्मेदार थे। करिश्माई कप्तान और ऑलराउंडर के पास 500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट हैं और उनके नाम सात हजार से अधिक रन हैं। उनकी रन या विकेट से ज्यादा, उनका सबसे बड़ा प्रभाव पाकिस्तानी क्रिकेट में लाये गये परिवर्तन में रहा है। उनका भड़कीलापन और लार्जर देन लाइफ छवि ने पाकिस्तानी टीम का आत्मविश्वास बढ़ाया और उनका स्तर ऊपर उठाया। वह एक भीड़ खींचने वाले खिलाड़ी थे और 1977 में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ उनके शौर्य ने उन्हें एक महान कद दिला दिया था। लेखक: चैतन्य हलगेकर अनुवादक: राहुल पाण्डे