10 भारतीय तेज़ गेंदबाज़ जिनकी चमक फीकी पड़ गयी

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# 8 पंकज सिंह
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पंकज सिंह ने 2009 और 2014 के बीच रणजी सीज़न में लगातार मजबूत प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचा वह 2010 और 2011 में राजस्थान के खिताब जीतने के पीछे सबसे बड़ा कारण रहे। इसके बाद चयनकर्ता ने उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए भारत की टेस्ट टीम में शामिल किया। 2014 में उन्होंने घायल ईशांत शर्मा की जगह एक श्रृंखला का तीसरा टेस्ट मैच खेला। अपने पहले मैच में अच्छा स्विंग पैदा करने के चलते पंकज कुक की विकेट ले सकते थे अगर जडेजा ने उनकी गेंद को लपक लिया होता। वह एक ही पारी में एक और विकेट भी ले सकते थे, केवल एलबीडब्ल्यू अपील को अंपायर ने स्वीकार कर लिया होता तो। पंकज को फिर से अगले मैच के लिए चुना गया था और हालांकि उन्होंने कुछ विकेट लिए थे, लेकिन वह नियंत्रण से बाहर थे। भारत के 1-3 से श्रृंखला हारने के बाद जल्द ही वो चयनकर्ताओं के रडार से बाहर हो गये। वह अभी भी घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं, राजस्थान और पश्चिम क्षेत्र के लिए एक नियमित खिलाड़ी है और आईपीएल अनुबंध की उम्मीद है। लेकिन 32 वर्षीय मध्यम तेज गेंदबाज के लिए राष्ट्रीय टीम में वापसी की संभावना नहीं दिखती है। टेस्ट मैच -2 विकेट-2 औसत-146 स्ट्राइक रेट-225 इकॉनामी-3.89 =========================================================== एकदिवसीय मैच-1 विकेट- औसत - स्ट्राइक रेट - इकॉनामी-6.42

Edited by Staff Editor
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