डेनिस लिली की तरह हेडबैंड और जहीर खान की तुलना में बड़ी छलांग के साथ, कुछ समय के लिए डिंडा में भारत की गेंदबाजी का भविष्य देखा गया। बंगाल के लिए रणजी में लगातार अच्छे प्रदर्शन और केकेआर के लिए आईपीएल में एक शानदार शुरुआती सीजन ने उन्हें चयनकर्ताओं की नज़र में भी उपर किया। उन्हें वर्ष 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में जगह मिली।। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असंगत प्रदर्शन के साथ, वह 3 सालों तक राष्ट्रीय पक्ष के किनारे पर बने रहे। कई बार वो बीच-बीच में मैच खेले लेकिन प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। उन्होंने 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना अंतिम एकदिवसीय मैच खेला। 33 वर्षीय अशोक डिंडा अब भी बंगाल की रणजी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। टेस्ट मैच -13 विकेट-12 औसत-51 स्ट्राइक रेट-49.5 इकॉनामी-6.18 =========================================================== एकदिवसीय मैच-9 विकेट- 17 औसत - 14.41 स्ट्राइक रेट -10.5 इकॉनामी-8.16