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न्यूज़ीलैंड में पिछले 2 दशक से उनके खिलाड़ियों के प्रदर्शन में निरंतता की कमी रही है। जिस कारण वो एक सैटल टीम नहीं बना सके। केन विल्लियमसन उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है, हर कंडिशन में रन बनाना और समय के साथ अपने खेल में परिवर्तन लाना उनकी खूबी है। सेट होने के बाद वो बड़े शॉट भी खेल सकते हैं। 2015 में उनका प्रदर्शन शानदार रहा, वो तीनों फॉर्मैट में मिलकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में वो तीसरे नंबर पर थे। पिछले साल खेले गए 8 टेस्ट मैच में 1172 रन बनाए, वो भी 90 की औसत से, जिसमें 5 शतक और 4 हाल्फ सेंचुरी शामिल थे। वनडे में भी 27 मुकाबलों में विलियमसन ने 1,376 रन बनाए, जिसमे 3 शतक और 9 अर्ध शतक शामिल थे।
Edited by Staff Editor