फिल्म एम एस धोनी- द् अनटोल्ड स्टोरी भारतीय क्रिकेट टीम के वनडे और टी-20 कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर आधारित है । हाल ही में ये फिल्म रिलीज हुई और बॉक्स ऑफिस पर इसका जादू लोगों के सिर चढ़कर बोला । फिल्म ब्लॉकबॉस्टर साबित हुई । एम एस धोनी बॉलीवुड की सफल बॉयोपिक फिल्मों में से एक रही । एक तरफ हम जहां फिल्म की सफलता और इसके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के बारे में बात कर रहे हैं तो वहीं इस फिल्म का एक दूसरा पहलू भी है । फिल्म में कई ऐसे सीन हैं जिससे लोग प्रेरणा ले सकते हैं । आइए आपको बताते हैं फिल्म के 10 ऐसे डॉयलॉग के बारे में जिससे आप सही मैसेज लेकर जीवन में आगे बढ़ सकते हैं :
सर अगर आप कहें, तो मैं ओपन करुं ? -
अगर आपके पास क्षमता है तो फिर अपने ऊपर पूरा विश्वास रखें और कोशिश करते रहें । फिल्म के एक सीन में केंद्रीय विद्यालय के खिलाफ मैच में धोनी ओपनिंग करना चाहते थे । उन्होंने अपने कोच से सलामी बल्लेबाज के रुप में खेलने के लिए पूछा । क्योंकि उन्हें अपनी क्षमता पर पूरा भरोसा था और वहीं कॉन्फिंडेस उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में भी दिखाया, जब युवराज सिंह की जगह वो खुद बल्लेबाजी करने के लिए आगे आए और विजयी छक्का लगाकर 28 साल बाद टीम इंडिया को वर्ल्ड कप दिलाया । इससे हमें सीख मिलती है कि अगर आपके पास काबिलियत है तो बस अपने आपको आप हतोस्ताहित ना होनें दे । खुद पर भरोसा बनाए रखें , इससे आपको जीवन के हर मोड़ पर सफलता मिलेगी । 2. अगर हर चीज के लिए जल्दबाजी करोगे तो गलतियां होंगी- कभी-कभी हम किसी चीज को जल्द पूरा करने के लिए जल्दबाजी में ऐसे फैसले ले लेते हैं, जिसका हमें भारी खामियाजा भुगतना पड़ता है । फिल्म के एक सीन में इसी को दिखाया गया है । धोनी अपने दोस्तों को पंजाब के खिलाफ हुए मैच के बारे में बताते हैं कि कैसे जल्दबाजी में एक गलत निर्णय लेने की वजह से उनका ध्यान भटक गया और वो अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाए । इसलिए हमें सोंच-समझकर धैर्य के साथ फैसला लेना चाहिए । इससे सफल होने के चांस बढ़ जाते हैं । 3. 'तुम्हें पता है, हम मैच कहां हारे ? क्रिकेट के मैदान पर नहीं, बल्कि बॉस्केटबॉल कोर्ट पर'- कभी-कभी हम मैदान पर हारने से पहले मानसिक रुप से खुद को हारा हुआ मान लेते हैं । असली चुनौती वही है जब आप मानसिक और शारीरिक रुप से हर परिस्थिति का डटकर सामना करें । लेकिन कहीं आपने सोंच के लिया कि कोई आपसे ज्यादा अच्छा है और आप उसे हरा नहीं सकते हैं, तो निश्चित तौर पर आप उसे कभी नहीं हरा पाएंगे । इसलिए दिमागी रुप से हार कभी नहीं माननी चाहिए । दबाव और मानसिक रुप से खुद को कमजोर आंकने से आप जीती हुई बाजी भी हार सकते हैं । 4. ये पार्टी इसलिए है, क्योंकि मैं इस दिन को कभी भूलना नहीं चाहता हूं- असफलता मजबूत से मजबूत इरादों वाले इंसान को भी तोड़ सकती है । इसलिए ये आप पर निर्भर करता है कि आप इसका कैसे सामना करते हैं । इस सीन में यही दिखाया गया है कि कैसे बुरे दौर में आप अपनी मजबूत इच्छाशक्ति से उससे पार पा सकते हैं । असफलता मिलने पर भी धैर्य रखना और ज्यादा मेहनत करके खुद को और तराशना, यही इस सीन से सीख मिलती है । 5. जीवन में वक्त एक समान नहीं रहता है- हम सबको पता है कि जिंदगी में धूप-छांव आते रहते हैं, इस पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है । जीवन की इन्हीं परिस्थितियों से निपटने के लिए फिल्म के एक सीन में मिस्टर गांगुली धोनी को कहते हैं ' मेरिट पर खेलना है और टिके रहना है" । दुख और सुख जीवन के एक ही सिक्के के दो पहलू हैं । इसलिए जरुरी है कि हम वक्त को पहचानें और उसी के हिसाब से अपने आपको ढालें । हम सबको संयम से हालात पर काबू पाने की कोशिश करना चाहिए । इसको इस रुप में भी ले सकते हैं कि अलग-अलग स्वभाव के इंसान से आप कैसे निपटते हैं । 6. 'पापा अगर मैं जॉब सिक्योरिटी में फंस गया तो आगे कुछ नहीं कर पाउंगा'- जीवन में कई बार ऐसे मौके आते हैं जब आप की जिंदगी में सब कुछ सामान्य चल रहा होता है, लेकिन जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए आपको बड़े फैसले करने होते हैं । ऐसे फैसले काफी कड़े होते हैं, और ऐसे निर्णय लेने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्प की जरुरत होती है। अगर धोनी ने टिकट कलेक्टर की नौकरी नहीं छोड़ी होती तो क्या इंडिया को उन जैसा चैंपियन खिलाड़ी मिल पाता । ये एक संघर्षशील व्यक्ति की निशानी है कि किसी चीज की परवाह किए बगैर वो अपने करियर के लिए कड़े फैसले लेता है । 7. 'माही तुम्हारा इंडिया ए टीम में चयन हो गया है... माही क्या तुम सुन रहे हो ?'- जीवन में आप जो भी कर रहे हैं, उसमें सफल होने के लिए सबसे जरुरी है कि उस समय आपका पूरा फोकस सिर्फ उसी पर रहे । फिल्म के इस सीन से पता चलता है कि धोनी जो भी काम करते हैं, उनका पूरा फोकस सिर्फ उसी काम पर रहता हैं , भले ही वे बैडमिंटन ही क्यों ना खेल रहे हों । इंडिया A टीम में चयन की बात सुनकर भी धोनी का ध्यान अपने खेल से नहीं हटता है और खेल खत्म करने के बाद ही वे अपने दोस्तों के साथ खुशी जाहिर करते हैं । 8. 'माही सच में हमारे पास काफी टाइम है ना ?'- कई बार होता है कि हम जिससे प्यार करते हैं एक टाइम के बाद उससे बात करना कम कर देते हैं और अपने दिल की सही बात उनको नहीं बता पाते हैं । हम सोंचते हैं कि वो हमेशा हमारे साथ रहेंगे और हम उन्हें कभी भी अपने दिल की बात सकते हैं, कि हमारे मन में उनके लिए क्या है । लेकिन जिंदगी में कई बार कई चीजें अचानक हो जाती हैं और हमारी सारी की सारी योजनाएं धरी की धरी रह जाती हैं । ऐसे में जो आपके दिल में है उसे उसी वक्त कह दीजिए बाद का इंतजार मत कीजिए । 9. मुझे पता है कि तुम फोन पर किसी से बात नहीं कर रहे हो- सफलता मिलने के बाद कई बार लोग अपनी पिछली जिंदगी के बारे में भूल जाते हैं । इस सीन से हमें यही सीख मिलती है कि सफल होने के बाद आप अपने उन पुराने साथियों को बिल्कुल भी ना भूलें, जिन्होंने उस समय आपका साथ दिया, जब आप जीवन में संघर्ष कर रहे थे । अपने बुरे दिनों से आप उन्हीं की मदद से बाहर निकले , ऐसे में उनकी यादें आपके लिए स्पेशल हैं । 10- हम सभी नौकर हैं. और हम सभी अपना राष्ट्रीय कर्तव्य निभा रहे हैं- हम हमेशा हालात से निकलने के लिए आसान चीजों का ही सहारा लेते हैं और अपने काम के प्रति अपने कर्तव्य को भूल जाते हैं । अपने काम के साथ अडिग रहना बहुत ही मुश्किल काम है । आपके फैसले का काफी विरोध हो सकता है और अपने साथियों से आपके रिश्ते को भी बिगाड़ सकता है । लेकिन अंत में अपने काम के प्रति वफादार रहने और अपने फैसले पर अडिग रहने के कारण आपको सफलता मिलती है ।