2001 में कैंडी टेस्ट में, बीसी कोयरे द्वारा की गयी गलतियाँ इतनी बड़ी थीं कि दर्शकों ने उनका विरोध करने के लिए बैनर बनाये और मैदान छोड़ने के लिए उनहे पुलिस संरक्षण दिया जाना पड़ा था। इसके साथ ही इस टेस्ट ने उनके अंपायर करियर का अंत भी किया।
कोरेरी ने इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान माइक अथार्टन के खिलाफ एलबीडब्ल्यू अपील को ठुकरा दिया और फिर नासिर हुसैन को मैच जीतने वाला शतक बनाने में मदद की क्योंकि उन्होंने कम से कम तीन अपील स्वीकार करने से इनकार कर दिया था, जो आसानी से हुसैन को पैवेलियन वापस भेजने वाली थी। बाद में उन्होंने मुरलीधरन की ग्रीम हिक के खिलाफ कॉट एंड बोल्ड अपील भी नकार दी।
हालांकि उन्होंने अपनी सबसे बड़ी गलती तब की जब जयसूर्या को आउट किया था वो भी तब जब वह एक बम्प गेंद पर गेंद पर ग्राहम थॉर्प द्वारा पकड़ा गये थे। इस निर्णय ने श्रीलंका के बल्लेबाज को गुस्सा दिला दिया और भीड़ को भी भड़का दिया।