टेस्ट क्रिकेट की 10 सबसे बड़ी साझेदारियां जिन्होंने मैच बचाया

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#8 विली वॉटसन और ट्रेवर बेली बनाम ऑस्ट्रेलिया, लॉर्ड्स, 1953

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ट्रेंट ब्रिज में 1953 एशेज का पहला टेस्ट ड्रॉ में समाप्त हो गया और वहीं दूसरा टेस्ट लॉर्ड्स में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में 346 रन बनाये। ऑस्ट्रेलिया के 40 वर्षीय कप्तान लिंडसे हैसेट ने शतक लगाया और नील हार्वे व एलन डेविडसन ने अर्धशतक बनाया। जवाब में इंग्लैंड ने लेन हटन के 145 और टॉम ग्रेवेन और डेनिस कॉम्प्टन के अर्धशतक की बदौलत 372 का स्कोर खड़ा कर पाया। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने किथ मिलर के 109 और आर्थर मॉरिस के 89 की मदद से 368 रन बनाए। इंग्लैंड को जीत के लिए 343 रनों का लक्ष्य दिया। हालांकि इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही, कप्तान लेन हटन, डॉन कैन्योन और टॉम ग्रेवेन दहाई का आंकड़ा भी छू नहीं पाये। विली वाटसन और कॉम्प्टन ने चौथे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी की लेकिन बिल जॉनसन के 33 रन के स्कोर पर आउट होने के बाद ये साझेदारी भी टूट गई। ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को गहरी परेशानी में डाला दिया था, लेकिन उनकी पारी को वाटसन ने बचाया जो ट्रेवर बेली के साथ खड़े रहे। उन्होंने चार घंटे से अधिक समय तक धैर्य के साथ बल्लेबाजी की और पांचवें विकेट के लिए 163 रन जोड़े। जब तक वॉटसन को डॉग रिंग ने आउट किया तब तक वह बेहतरीन 109 रन बना चुके थे और सिर्फ एक घंटे से कम का समय बाकी रह गया था। अंततः बेली को रिंग ने 40 मिनट शेष रहते हुए 71 रन पर आउट कर दिया, लेकिन इंग्लैंड 282/7 के साथ मैच बचाने में सफल रहा।