क्रिकेट में अक्सर यह कहा जाता की कुछ खिलाड़ियों के पास शॉट खेलने की ताकत होती हैं, तो कुछ में स्टाइल और एलिगेंस। पर क्रिकेट में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जिनके शॉट्स में सिर्फ टाईमिंग होती हैं और वो खेलते हुए इतने अच्छे लगते है कि लगता ही नहीं कि उन्होने अपने शॉट में कोई ताकत लगाई हो। हर साल की तरह इस साल भी कुछ ऐसे ही स्टाइलिश और विनटेज खिलाड़ी देखने को मिले, जोकि शानदार शानदार शॉट्स खेलते देखे गए। इनमे से ज़्यादातर खिलाड़ी भारतीय ही थे, जिसके पीछे का कारण कलाइयों में जादू जो अकसर उप-महाद्वीप के खिलाड़ियों में देखा जाता हैं। टी-20 क्रिकेट में भारतीय खिलाड़ियो ने अपना जबर्दस्त रिस्ट वर्क दिखाया, जो किसी को भी आकर्षित कर दे। कलाइयों के जादू के लिए मुहम्मद अजहरुद्दीन, वीवीएस लक्ष्मण, ज़हीर अब्बास, महेला जयवर्धने और डेविड गोवर जैसे खिलाड़ियों को जाना जाता हैं। टी-20 में इसकी उम्मीद करना बेमानी जैसा ही लगता है। इस साल के 10 ऐसे खिलाड़ी जो काफी आकर्षक लगे: 10- जोस बटलर जोस बटलर का इस साल आईपीएल में जुड़ना शानदार था। बटलर ने मुंबई इंडियंस को अच्छी ख़ासी मजबूती प्रदान की, बटलर ने विकेटकीपिंग के साथ साथ नीचे बल्लेबाज़ी करते हुए कुछ शानदार पारियां खेली। बटलर ने इस साल 14 पारियों में 255 रन बनाए, जो उनकी प्रतिभा से मेल नहीं खाता। फिर भी एक इंग्लिश खिलाड़ी के पहले सीजन के हिसाब से यह प्रदर्शन अच्छा था। बटलर ने इस साल आईपीएल में अपने कलातम्क खेल, रैम्प शॉट,और स्कूप्स से खेल के स्तर को एक अलग ही लेवल पर ले गए। 9- डेविड वॉर्नर जिस खिलाड़ी ने इस साल अपने एक शानदार फ्लिक से मारे गए छक्के के लिए 'ग्लैम शॉट ऑफ द सीज़न' का अवार्ड जीता, उसकी जितनी तारीफ़ की जाए कम है। एक समय ऐसा भी था जब वॉर्नर के खेल में एलिगेंस से ज्यादा सिर्फ ताकत ही दिखती थी। वॉर्नर ने इस साल अपने खेल में शानदार परिवर्तन दिखाया और यह साबित किया की वह बिना ताकत लगाए भी बड़ी पारी खेल सकते हैं। वॉर्नर ने इस साल लगातार रन बनाए, उन्होने इस साल 60 की औसत और 151 की स्ट्राइक रेट से 848 रन बनाए। 8- शिखर धवन धवन के पैर कभी भी ज्यादा नहीं चलते, ख़ासकर जब भी गेंद मूव कर रही हो तो इनका पैर क्रीज़ में अटक सा जाता है और अगर गेंद अगर शॉर्ट हो वो भी इनके पैरों की तरफ तो इन्हें गेंद का बिलकुल भी अंदाज़ा नहीं होता। धवन के ट्रेडमार्क शॉट कवर और एक्सट्रा कवर की तरफ पंच , इन्हें ख़ास दिखाते है। सनराइज़र्स हैदरबाद के लिए धवन ने इस साल डेविड वॉर्नर के साथ मिलकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलवाई। धवन इस सीज़न में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में 4 नंबर पर रहे। उन्होने 38.5 की औसत से 501 रन बनाए, इस बीच उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 116 का ही रहा। 7- ब्रेंडन मैकुलम मैकुलम ने इस साल 135 की स्ट्राइक रेट से 354 रन बनाए। यह साल उनका कुछ ख़ास नहीं रहा, लेकिन उन्होने टीम को 'प्ले-ऑफ' तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई। टूर्नामेंट खत्म होते होते वह फॉर्म खो बैठे, जिसके कारण टीम फ़ाइनल तक नहीं पहुंच पाई। मैकुलम जो की अपनी स्टाइलिश खेल की जाने जाते हैऔर इस साल भी उन्होंने कुछ ऐसा ही कर दिखाया। उनके बैट का स्विंग, बढ़िया बैकलिफ्ट, उन्हें देखकर कभी ऐसा नहीं लगता की वो कुछ अलग करने जा रहे है। ब्रेंडन दुनिया में एबी डीविलियर्स जैसे ही खिलाड़ी है, जिन्हें लोग देखना पसंद करते हैं। 6- मुरली विजय इस साल जो किंग्स-XI पंजाब ने सबसे बड़ी गलती की वो थी डेविड मिलर को टीम का कप्तान बनाने की और यह उनकी फ़ॉर्म में भी दिखा जिसके कारण पंजाब इस साल आखिरी नंबर पर रही। मुरली विजय ने कप्तान के रूप में अच्छा खेल दिखाया और लगभग टीम को आखिरी स्थान पर आने से बचा भी लेते, अगर उस मुक़ाबले में आखिरी ओवर वो अक्षर पटेल को ना देते। विजय को उनके मैदान पर लंबा समय बिताने के लिए जाना जाता है, वो एक स्टाइलिश खिलाड़ियों में से है। विजय ने इस साल 453 रन बनाए जिसमें 5 अर्धशतक मौजूद थे। विजय कवर की तरफ अच्छा शॉट खेलते है और इस साल उन्हें मोहाली का ट्रैक भी काफी पसंद आया। 5- युवराज सिंह युवराज सिंह ने इस साल शुरुआती मैच मिस करने के बाद टूर्नामेंट के अंत में अपनी फ़ॉर्म की एक झलक ज़रूर दी। जिस युवराज को हम जानते है, इस बार ऐसा लग रहा था की पुराना युवराज वापस आ रहा है। खासकर उनके कुछ शॉट्स को देखकर, फिर चाहे वो शानदार कवर ड्राइव हो, या फिर मिड विकेट की तरफ शॉट खेलना हो, युवराज पूरी तरह से छाए रहे। युवराज ने इस साल 10 पारियों में 236 रन बनाए, वो भी 132 की स्ट्राइक रेट से। इससे ज्यादा ज़रूरी था उन्होने अपने फैंस को कभी भी निराश नहीं किया, और टीम के लिए कुछ शानदार पारियां खेली। 4- रोहित शर्मा रोहित शर्मा एक जैसे बल्लेबाज़ जिन्हें खेलते हुए देखना हमेशा ही शानदार रहता है। उनके पास हर एक शॉट है और जब वो खेलते है तो ऐसा लगता है कि मानों कोई ताकत ही नहीं लग रही हो, वो इतनी आसानी से शॉट खेल जाते है। उनका सबसे शानदार शॉट जो देखने में काफी मज़ा आत है, वो है कवर पॉइंट और मिड ऑफ के बीच में से निकाला गया शॉट। इनके शॉट्स में टाइमिंग का बेहतरीन रोल रहता है। जब भी वो अपनी फ़ॉर्म में होते है तो बिलकुल वीवीएस लक्ष्मण की तरह एलिगेंट लगते हैं। यह साल उनके लिए अच्छा भी रहा, उन्होने 14 पारियों में 44 की औसत से 489 रन बनाए, जिसमे 5 अर्ध शतक भी मौजूद थे। 3- अजिंक्य रहाणे टी-20 को कभी भी अजिंक्य रहाणे का गेम नहीं कहा गया, लेकिन जिस तरह से उन्होने अपने खेलने के अंदाज़ में बदलाव लाया है, वो शानदार है। खासकर उनके पुल और हुक, या फिर ऑफ़ साइड्स में ड्राइव खेलना हो, इनसे बेहतर कोई नहीं दिखता। जब भी वो अपनी पूरी लय में होते है तो उनका ऑफ साइड में खेल सौरव गांगुली की याद दिलाता है, तो लेग साइड का खेल राहुल द्रविड़ की तरह खेलते हैं। उनकी टीम राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स इस साल कुछ ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी, लेकिन रहाणे ने इस साल 43 की औसत से 480 रन बनाए और इनकी टीम पूरे टूर्नामेंट में इनके ऊपर काफी निर्भर रही। 3- एबी डीविलियर्स एबी डीविलियर्स विश्व में इकलौते ऐसे बल्लेबाज़ है, जो पूरी ताकत के साथ तो शॉट मार ही सकते है, उसके साथ ही उनमे एलिगेंस भी बहुत है। डीविलियर्स ने इस साल 687 रन बनाए, जिसमें तेज़ गेंदबाज़ों पर स्वीप शॉट भी मौजूद है, शानदार ऑन ड्राइव भी शामिल है और वो कलाइयों का भी बेहतरीन उपयोग करते है। उनका फूटवर्क शानदार है, जिस कारण वो कोई भी शॉट अच्छे से खेल लेते है और बैंगलोर की विकेट उन्हें काफी रास भी आती हैं। 1- विराट कोहली विराट इस समय दुनिया के सबसे स्टाइलिश खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होने इस साल 81 की औसत और 152 की स्ट्राइक रेट से 973 रन बनाए। उनकी खास बात यह थी कि बिना कोई खराब शॉट खेले भी वह इस साल सबसे ज्यादा छक्के मारने वाले खिलाड़ी बने। उनकी कलियों में तो मानो कोई जादू है, वो एक ही गेंद को पॉइंट की तरफ भी खेल लेते है, कवर की तरफ भी, यहा तक की उसी गेंद को वो लेग साइड पर भी धकेल देते है। उनका एक्सट्रा कवर के ऊपर से लॉफ़्टेड शॉट खेलना, स्वीप मारना और पुल करना उन्हें एक कंपलीट खिलाड़ी बनाता है। लेखक-क्रिश श्रीपडा, अनुवादक- मयंक महता