10 सबसे दुर्भाग्यपूर्ण भारतीय क्रिकेटर जिन्हें टीम इंडिया के लिए ज्यादा मौके नहीं मिले (2000-2018)

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क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों को समान मौके मिले, ऐसा जरूरी नहीं है। कई बार ऐसा देखा गया है कि खराब प्रदर्शन और चोटों की वजह से खिलाड़ी टीम से बाहर हो जाता है और उनकी जगह कोई दूसरा खिलाड़ी ले लेता है। जिसके बाद उनकी टीम में वापसी मुश्किल हो जाती है।

भारतीय टीम में भी ऐसा कई बार देखने को मिला है, जब खिलाड़ी को खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल पाए। आइए जानते हैं साल 2000 से साल 2018 के बीच के ऐसे ही कुछ बदकिस्मत भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के बारे में जो भारत के लिए ज्यादा नहीं खेल सके।

#10 आरपी सिंह

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2005 में आरपी सिंह ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना शुरू किया। अपने शुरुआती 11 मैचों में वो तीन बार मैन ऑफ द मैच अवार्ड हासिल कर चुके थे। 2007 के टी20 विश्व कप में आरपी सिंह ने शानदार खेल दिखात हुए 7 मैचों में 12.66 की औसत से 12 विकेट हासिल किए। हालांकि उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका। उन्होंने भारत के लिए 58 वनडे मैच और 14 टेस्ट मैच खेले।

#9 नमन ओझा

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नमन ओझा विकेटकीपर के तौर पर जाने जाते हैं। घरेलू स्तर पर नमन ओझा का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। उन्होंने 135 प्रथम श्रेणी मुकाबले खेले हैं और 43 की औसत से 9152 रन बनाये हैं। वहीं उन्होंने 132 लिस्ट ए मुकाबले खेले हैं और 32.50 की औसत से 3933 रन बनाये हैं। हालांकि एमएस धोनी के कारण टीम में दूसरे विकेटकीपर की जरूरत नहीं पड़ी, जिसके कारण टीम इंडिया में उनको ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिल सका। नमन भारत के लिए सिर्फ 1 टेस्ट और 1 वनडे मुकाबला ही खेल सके।

#8 लक्ष्मीपति बालाजी

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21 साल की उम्र में ओडीआई डेब्यू करने वाले लक्ष्मीपति बालाजी भारत के लिए सिर्फ 30 वनडे और 8 टेस्ट मुकाबले ही खेल सके। वहीं अपने करियर में बालाजी ने 106 प्रथम श्रेणी मैच और 100 लिस्ट ए मुकाबले खेले हैं।

#7 अमित मिश्रा

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अमित मिश्रा के नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 535 विकेट दर्ज हैं लेकिन टीम इंडिया के लिए वे ज्यादा नहीं खेल पाए। टीम इंडिया के लिए उन्होंने सिर्फ 22 टेस्ट मुकाबले खेले। वहीं लिस्ट ए गेंदबाजों में मिश्रा के नाम 141 मैचों में 240 विकेट दर्ज है, लेकिन टीम इंडिया के लिए मिश्रा ने 36 एकदिवसीय मुकाबले ही खेले।

#6 रॉबिन उथप्पा

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रॉबिन उथप्पा भी टीम इंडिया के लिए ज्यादा नहीं खेल सके। 136 फर्स्ट क्लास मैचों में उथप्पा के नाम 41.25 की औसत से 9118 रन दर्ज हैं, वहीं लिस्ट ए मुकाबले खेलते हुए उथप्पा के नाम 35.37 की औसत से 6013 रन दर्ज हैं। हालांकि टीम इंडिया के लिए वो ज्यादा नहीं खेल सके। अपने करियर में उन्होंने 46 एकदिवसीय और 13 टी20 मुकाबले खेले।

#5 मुरली कार्तिक

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मुरली कार्तिक के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 644 विकेट दर्ज हैं लेकिन भारत के लिए वो 8 टेस्ट मैच और 37 एकदिवसीय मुकाबले ही खेल सके।

#4 मनोज तिवारी

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फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 60 की औसत से खेलने वाले मनोज तिवारी को टीम इंडिया के लिए खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले। उन्हें टीम इंडिया में चुना तो जाता लेकिन ज्यादातर मौकों पर उन्हें बेंच पर बैठाकर रखा जाता है। साल 2008 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले मनोज तिवारी अभी तक टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए हैं और अंदर-बाहर होते रहते हैं।

#3 अंबाती रायडू

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33 वर्षीय अंबाती रायडू भी टीम में नियमित नहीं है। 50 की औसत होने के बावजूद अंबाती अभी तक टीम इंडिया के लिए 40 एकदिवसीय मुकाबले ही खेल पाए हैं।

#2 सुब्रमण्यम बद्रीनाथ

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145 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में 55 की औसत से खेलने वाले बद्रीनाथ के नाम 10245 रन दर्ज हैं। हालांकि उन्हें टीम इंडिया के लिए खेलने के मौके कम मिले। अपने करियर में उन्होंने सिर्फ 7 एकदिवसीय और 2 टेस्ट मुकाबले भारत के लिए खेले हैं।

#1 वसीम जाफर

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वसीम जाफर भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक बेहतरीन खिलाड़ी के तौर पर जाने जाते हैं। 242 प्रथम श्रेणी मुकाबलों में उन्होंने 18110 रन स्कोर किए हैं। हालाँकि भारत के लिए वो ज्यादा नहीं खेल सके। टीम इंडिया के लिए वसीम 31 टेस्ट और 2 वनडे मुकाबले ही खेल सके।

लेखक: सुजीत मोहन

अनुवादक हिमांशु कोठारी