इन 10 पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने भारत के खिलाफ हमेशा उम्दा प्रदर्शन किया

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसे कई बल्लेबाज़ हुए हैं, जिन्होंने किसी एक खास टीम के खिलाफ खूब रन बनाए हैं। इस बात अहमियत और बढ़ जाती है, जब विपक्षी टीम चिर प्रतिद्वंदी हो। सभी क्रिकेट प्रेमियों को पता है कि भारत व पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले हाईवोल्टेज वाले होते हैं। क्रिकेट प्रेमी जहां जोश में होते हैं, तो वहीं खिलाड़ियों पर बहुत ज्यादा दबाव होता है। आज ये लेख इसलिए खास है क्योंकि इसमें हम आपको ऐसे पाकिस्तानी बल्लेबाजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें भारत के खिलाफ रन बनाना बेहद पसंद रहा है। भारत के खिलाफ रन बनाने की वजह से ये खिलाड़ी दिग्गज माने गये हैं: सलमान बट पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट का नाम यूं क्रिकेट को बदनाम करने के लिए लिया जाएगा। लेकिन क्रिकेट को बदनाम करने से पहले सलमान ने बल्ले से खूब जौहर दिखाया था। साल 2004 में अपने डेब्यू मैच में ईडन गार्डन, कोलकाता में बट ने भारत के खिलाफ 108 रन की पारी खेली थी। उसके बाद भी सलमान ने भारत के खिलाफ रन बनाये, जिसमें वनडे 4 शतक व 2 अर्द्धशतक और टेस्ट में 3 अर्द्धशतक शामिल हैं। सलमान ने सभी प्रारूप में भारत के खिलाफ 40.48 के औसत से रन बनाये हैं। भारत के खिलाफ अपने आखिरी मुकाबले में दाम्बुला में हुए वनडे मैच में भी बट ने 74 रन की पारी खेली थी। नासिर जमशेद पाकिस्तान का कोई भी खिलाड़ी जब भारत के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करता है, तो उसकी जगह टीम में भी पक्की हो जाती है। कराची में भारत के खिलाफ अपने पहले ही मैच में जमशेद ने 43 गेंदों में 53 रन की नाबाद पारी खेली थी। भारत के खिलाफ नासिर ने नौ मुकाबलों में 3 शतक व 1 अर्द्धशतक लगाए थे। जिसमें साल 2013 में उन्होंने ढाका में 112 रन की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली थी। भारत के खिलाफ जमशेद का औसत 65 व स्ट्राइक रेट 87 से ज्यादा का था। जमशेद ने भारत के खिलाफ 6 मैचों में 102 के औसत से रन बनाए थे। जिसमें 3 शतक व 1 अर्द्धशतक शामिल है। जबकि उनके पूरे करियर का औसत 31 का रहा है। शोएब मलिक पूर्व पाकिस्तानी कप्तान शोएब मलिक का प्रदर्शन भारत के खिलाफ हमेशा बेहतरीन रहा है। वह जब भी भारत के खिलाफ मैदान पर आते हैं, उनके बल्ले से रन निकलना शुरू हो जाता है। हालांकि टेस्ट में मलिक ने भारत के खिलाफ सिर्फ तीन मैच खेले हैं, जबकि 39 वनडे में उन्होंने 4 शतक व 12 अर्द्धशतक बनाए हैं। जिसमें दो बार वह 90 के करीब आउट हुए हैं। मलिक ने भारत के खिलाफ तीनों प्रारूप में 42 से ज्यादा के औसत से रन बनाए हैं। जिसमें आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2009 में मलिक ने भारत के खिलाफ सेंचूरियन में यादगार 128 रन की पारी खेली थी। मुदस्सर नज़र पूर्व सलामी बल्लेबाज़ मुदस्सर नजर ने टेस्ट व वनडे में 38 बार भारत के खिलाफ खेला है। हालांकि जितने लम्बे समय तक वह खेले थे, उतने ज्यादा वह सफल नहीं रहे थे। उन्होंने 6वीं में शतक व 18 वीं पारी में अर्द्धशतक लगाया था। लेकिन भारत के खिलाफ 1982-83 में इस पाकिस्तानी बल्लेबाज़ ने हैदराबाद में 231 रन की पारी खेली थी। उसके बाद एक शतक उन्होंने भारत के लिए बनाया था। उनका भारत के खिलाफ औसत 46 से ज्यादा का रहा है। मिस्बाह-उल-हक पूर्व पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह-उल-हक को हमेशा साल 2007 के टी-20 वर्ल्ड के फाइनल मैच के लिए याद किया जायेगा। उसके बाद से मिस्बाह भारत के खिलाफ पाकिस्तान के सफल बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। मिस्बाह ने भारत के खिलाफ टेस्ट में दो शतक लगाये हैं। सभी प्रारूपों में मिस्बाह का औसत 55 से ज्यादा का रहा है। उन्होंने हमेशा भारतीय गेंदबाजों पर आक्रमण किया है। साल 2015 के वर्ल्ड कप में भी 90 के स्ट्राइक रेट से मिस्बाह ने 74 रन की पारी खेली थी। ये उनका भारत के खिलाफ आखिरी मैच भी था। मोहम्मद युसुफ पाकिस्तान के अगर किसी बल्लेबाज़ ने भारतीय टीम के खिलाफ बेजोड़ प्रदर्शन किया है तो वह मोहम्मद युसुफ हैं। जिन्होंने भारत के खिलाफ अपने पहले ही टेस्ट मैच में 1999 में अर्धशतक बनाया था। इसके अलावा ब्रिसबेन में 63 रन की पारी खेलकर युसुफ ने पाकिस्तान को 71/6 के स्कोर से निकालकर दो विकेट से जीत दर्ज करवाई थी। युसुफ ने भारत के खिलाफ 5 शतक लगाए, जिसमें चार शतक टेस्ट में व एक वनडे में उन्होंने लगाये थे। निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करने की वजह से वह भारत के खिलाफ रन तो बनाते थे, लेकिन वह शतक में ज्यादा नहीं बदले। लेकिन भारत के खिलाफ औसत 43 से ज्यादा था। जबकि 18 अर्द्धशतक भी उन्होंने भारत के खिलाफ ही बनाये थे। युनिस खान युनिस खान पाकिस्तान के महान बल्लेबाजों में से एक हैं। जिनका प्रदर्शन भारत के खिलाफ शानदार रहा है। अपने शुरूआती दिनों में युनिस ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। तब भारत ने टेस्ट और वनडे दोनों सीरिज में जीत दर्ज की थी। लेकिन जब वह भारत आये और कोलकाता टेस्ट में उन्होंने 147 रन की पारी खेलकर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। उसके बाद बेंगलुरु टेस्ट में युनिस ने 267 व 84 रन की पारी खेलकर पाकिस्तान की जीत दिलाई और टेस्ट सीरिज को बराबर करवा दिया। युनिस ने भारत के खिलाफ 8 शतक 11 अर्द्धशतक ठोंके हैं। जबकि उनका औसत 51 से ऊपर का रहा है। सईद अनवर पूर्व सलामी बल्लेबाज़ सईद अनवर ने जिस तरह से भारतीय गेंदबाजों की खबर ली है, उस तरह किसी भी पाकिस्तानी बल्लेबाज़ ने आज तक नहीं ली। भारत के खिलाफ उनका औसत 45 के करीब था। 54 मैच में अनवर ने भारत के खिलाफ 5 शतक व 9 अर्द्धशतक बनाए थे। अनवर ने अक्सर भारत के खिलाफ पाकिस्तान को बेहतरीन शुरुआत दी है, भले ही बाद के बल्लेबाजों ने उसे न भुनाया हो। भारत के खिलाफ चेन्नई में सईद ने 194 रन की पारी खेली थी। उसके बाद कोलकाता टेस्ट में उन्होंने 188 रन की नाबाद पारी खेली थी। साथ ही भारत के खिलाफ अपने आखिरी मैच में उन्होंने 2003 के विश्वकप में शतकीय पारी खेली थी। ज़हीर अब्बास पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज़ जहीर अब्बास का प्रदर्शन भारत के खिलाफ शानदार रहा है। अपने 19 अंतर्राष्ट्रीय शतकों में से उन्होंने 9 शतक भारत के खिलाफ ही बनाये थे। साथ उन्होंने भारत के खिलाफ पाकिस्तान को कई मैचों में जीत दिलाई। सन 1978 में ज़हीर अब्बास ने अपने पहले टेस्ट में भारत के खिलाफ फैसलाबाद में 176 रन की पारी खेली उसके बाद लाहौर टेस्ट में 235 रन बनाकर उन्होंने अपना अंदाज पेश कर दिया। सन 1982-83 में ज़हीर अब्बास ने चार टेस्ट मैचों की सीरिज में 6 शतक बनाए थे। जिससे भारत के खिलाफ उनकी बल्लेबाज़ी का अंदाजा लगाया जा सकता है। भारत के खिलाफ 34(वनडे व टेस्ट) मैचों में उनका औसत 73 से ज्यादा का था। जावेद मियांदाद 1996 के विश्वकप में जब जावेद मियांदाद भारत के खिलाफ अपने आखिरी मैच में रनआउट हुए तो भारतीय क्रिकेटप्रेमी व इतिहासकारों ने उनके सम्मान में स्टेडियम में खड़े होकर उनके लिए ताली बजाई। रामचंद्र गुहा ने उन्हें महान बल्लेबाज़ बताया। लोगों ने भगवान का शुक्रिया इसलिए कि अब मियांदाद भारत के खिलाफ दोबारा नहीं खेलेंगे। जावेद मियांदाद ने उस पीढ़ी के क्रिकेटप्रेमियों को सबसे ज्यादा अपनी बल्लेबाज़ी से परेशान किया है। उन्होंने तकरीबन 18 साल तक क्रिकेट खेला था। जावेद मियांदाद ने भारत के खिलाफ सभी प्रारूप में 8 शतक व 20 अर्धशतक लगाया था। साथ ही 1986 में शारजाह में ऑस्ट्रेलेशिया कप के फाइनल में जब उन्होंने चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर भारतीय फैन्स को दुखी कर दिया था। भारत और पाकिस्तान के बीक जब भी कोई मुकाबला होता है, तो लोगों के जहन में जावेद मियांदाद का छक्का दोबारा से सबके जहन में ताज़ा हो जाता है। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट में भारत के खिलाफ 280 रन की पारी खेली थी। उनका औसत भारत के खिलाफ 61 के करीब था। लेखक- सोहम, अनुवादक- जितेंद्र तिवारी

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