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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी से पहले डेब्यू करे वाली कार्तिक कभी भी भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की नही कर पाये। चौथे पर पर उन्हें 5 मौके मिले हैं जिसमें उनके बल्ले से 71 की औसत से रन निकले हैं। इसके बावजूद वह ऐसी पारी नहीं खेल पाएँ हैं जो टीम मैनेजमेंट को इम्प्रेस कर पाये। ज्यादातर मौकों पर उनका क्रम निर्धारित नहीं होता लेकिन उन्हें चौथे क्रम पर खेलने की पूरी काबिलियत है। वह जरूरत के हिसाब से अपनी पारी को तेज करते फिनिशर की भूमिका भी निभा सकते हैं। बंग्लादेश के खिलाफ निदाहस ट्रॉफी के फाइनल में उन्होंने ऐसा करके दिखाया भी था। अगर उन्हें पूरा मौका मिले तो इस स्थान पर वह लम्बा टिक सकते हैं।
Edited by Staff Editor