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मनोज तिवारी भारतीय टीम के सबसे दुर्भाग्यपूर्ण खिलाड़ी कहे जा सकते हैं। घरेलू मैचों में रनों की बरसात करने वाले तिवारी में भारत के लिए सिर्फ 12 वनडे मैच खेलने का मौका मिला है। जिसमें उनके बल्ले से एक शतक और एक अर्धशतक निकला है। ज़िम्बाब्वे के दौरे पर जब सभी प्रमुख खिलाड़ियों को आराम दिया गया था उस समय तिवारी को टीम में जगह मिली थी। वहां उनके बल्ले से 11.33 की औसत से मात्र 34 रन निकले। उनके बाद से फिर उन्हें भारतीय टीम में मौका नहीं मिला। घरेलू मैचों में वह अभी भी बंगाल की कप्तानी करते हैं और उनके बल्ले से भी काफी र निकलते हैं। इसके बावजूद अन शायद ही अभी उन्हें भारतीय टीम में जगह मिले।
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