28 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत करना और इसके बावजूद विश्व क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों के बीच अपनी खास जगह बनाना। यह एक असाधारण खिलाड़ी ही कर सकता है। माइक हसी ने 1994 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट से करियर की शुरूआत की। वह वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलते थे। हसी को 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौका दिया गया। उनका पहला मैच भारत के खिलाफ था। पहला वनडे खेलने के कुछ महीनों बाद ही उनको टी-20 और टेस्ट टीम का भी हिस्सा बनाया गया। वर्ष 2013 उनके करियर में एक नया मोड़ लेकर आया। वह खेल के तीनों प्रारूपों मे ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। उन्होंने 79 टेस्ट मैचों में 51.52 के शानदार औसत के साथ 6235 रन बनाए। साथ ही, वनडे में भी अपनी काबिलियत साबित करते हुए 48.15 के शानदार औसत के साथ 5442 रन अपने खाते में जोड़े।