क्रिकेट में टेस्ट फॉर्मेट में सफल होने वाले क्रिकेटर को वनडे फॉर्मेट की तुलना में बेहतर खिलाड़ी माना जाता है। टेस्ट मैच में खिलाड़ी की तकनीक और स्वभाव का परीक्षण किया जाता है तो वहीं वनडे में पिच पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। दूसरी ओर वनडे क्रिकेट जल्दी रन बटोरने के मामले में भी टेस्ट मैचों से आगे हैं। वनडे में किसी टीम और किसी खिलाड़ी से जल्दी रन बटोरने की उम्मीद की जाती है।
क्रिकेट में ऐसे कई खिलाड़ी होंगे जो टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी होंगे जो वनडे में शानदार खेल के लिए जाने हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे खिलाड़ी भी होते हैं जो टेस्ट और वनडे दोनों में ही शानदार प्रदर्शन करने की हिम्मत रखते हैं। उदाहरण के तौर पर एलिस्टेयर कुक ने टेस्ट मैचों में शानदार प्रदर्शन किया तो वहीं वनडे मुकाबले में माइकल बेवन को अपने शानदार खेल के लिए जाना जाता है। इनके अलावा जब एकदिवसीय और टेस्ट दोनों ही मैचों में शानदार पारी खेलने की बात की जाए तो सचिन तेंदुलकर का नाम सबसे आगे है।
आइए जानते हैं उन बल्लेबाजों के बारे में जिनकी टेस्ट क्रिकेट में औसत 40 से उपर रही लेकिन वनडे क्रिकेट में उनकी औसत 30 के आस पास घूमती रही:
(यहां खिलाड़ियों के औसत को हमने पैमाना माना है)