#5 300 से ज्यादा रनों के लक्ष्य का पीछा करते समय धोनी ने वनडे करियर के 83 अर्धशतक में से एक भी नहीं बनाया
यह बात जानकार आपको हैरानी होगी लेकिन यह सच है। धोनी ने केवल अक्टूबर 2005 में अपने करियर के शुरुआती दिनों में श्रीलंका के 300 से ज्यादा रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 183 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। इसके अलावा उनका एक भी अर्धशतक ऐसे मैचों में नहीं आया है।
#6 कड़े मैचों में दबा हुआ प्रदर्शन
पिछले दो सालों में ज्यादातर मैचों में देखा गया है कि जब विरोधी टीम के साथ भारत का मैच फंसा हो और महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर हों, तो उन्होंने बहुत की कम ऐसा प्रयास किया हो, कि वह तेज पारी खेल भारत को जीत दिलाएं। इसका सबसे ताजा उदाहरण विश्वकप 2019 के दौरान सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ देखने को मिला, जहां उन्होंने अपनी 50 रन की पारी में बमुश्किल ही बाउंड्री लगाई हो और स्ट्राइक रोटेट करने में भी कोई दिलचस्पी दिखाई हो। यही नहीं उन्होंने ऐसा ही प्रदर्शन टूर्नामेंट के दौरान अफगानिस्तान, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के खिलाफ भी किया था।
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#7 भारतीय टीम में नंबर 4 पर धोनी की बल्लेबाजी को लेकर भी सवाल उठाए गए, जबकि इस स्थिति में बल्लेबाजी का उनका रिकॉर्ड शानदार है। हालांकि उनहोंने 2015 के बाद से यह जिम्मदारी अपने कंधों से हटा दी और उसके बाद से ही टीम नंबर 4 पर उचित बल्लेबाज ढूंढने के लिए अभी भी प्रयासरत है। जबकि वह अभी भी इस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उपयुक्त हैं।