टेस्ट क्रिकेट खेल का सबसे पुराना प्रारूप है। यह शायद किसी भी क्रिकेटर के लिए खेलने के लिए सबसे कठिन प्रारूप भी है। खेल के सबसे लंबे प्रारूप को जीतने के लिये कौशल, फिटनेस के साथ ही धीरज की भी आवश्यकता होती है। वर्षों से, ऐसे कई महान बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने इस प्रारूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। महान सर डॉन ब्रैडमैन से हाल के चेतेश्वर पुजारा तक कई बल्लेबाजों ने सफेद कपड़ो में लाज़वाब आंकड़े पेश किये हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर दिग्गजों की 50 से अधिक की औसत है लेकिन कई अन्य महान खिलाड़ी भी हैं, जिन्होंने खेल में अपनी छाप छोड़ी है जबकि उनका औसत 50 से नीचे का रहा। कहा जाये तो गलत नहीं है कि ये नंबर वास्तव में इन खिलाड़ियों के कौशल को सही नहीं ठहराते हैं।
आइए ऐसे 10 महान बल्लेबाजों पर नजर डालें जिनकी टेस्ट में 50 से भी कम औसत रही।
#10 डेविड गावर
डेविड गावर इंग्लिश क्रिकेट की सबसे बड़े नामों में से है। वह एक शानदार रन स्कोरर थे और अभी भी वह सबसे स्टाइलिश बाएं हाथ के बल्लेबाजों में से एक जाना जाता है। वास्तव में, सौरव गांगुली, मैथ्यू हेडन और अन्य कई खिलाड़ियों ने बचपन के दौरान उनको अपना आदर्श माना था। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में बिना शून्य पर आउट हुए सबसे अधिक पारियां लगातार खेलने का रिकॉर्ड उनके नाम है। गावर ने 119 पारी लगातार बिना शून्य पर आउट हुए खेली थी।
गावर ने इंग्लैंड के लिए 117 टेस्ट और 114 एकदिवसीय खेले। सबसे लंबे प्रारूप में उन्होंने 44.25 के औसत से 8231 रन बनाए। लीसेस्टरशायर के इस खिलाड़ी ने इस प्रारूप में 18 शतक और 39 अर्धशतक बनाये और 215 रनों की सर्वोच्च पारी भी खेली। वह इंग्लैंड के लिए सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वालों की सूची में चौथे स्थान पर हैं।
#9 मार्टिन क्रो
पूर्व न्यूजीलैंड के कप्तान को देश का सबसे बड़ा बल्लेबाज माना जाता है। उन्होंने न्यूजीलैंड के कई युवा खिलाड़ियों को इस खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। वास्तव में, देश के कई क्रिकेटरों ने अपने करियर के संवारने के लिए क्रो को देखा। उन्होंने 19 की उम्र में न्यूजीलैंड के लिए शुरुआत की और अंत तक कई पुरस्कार जीतते चले गये ।
क्रो को 1985 में 'विज्डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर' का नाम दिया गया था और उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ युवा बल्लेबाजों में से एक के ख़िताब से भी नवाज़ा गया। 1992 के क्रिकेट विश्व कप में उन्होंने टूर्नामेंट के खिलाड़ी का ख़िताब भी जीता। कई सालों तक उन्होंने न्यूजीलैंड के टेस्ट और एकदिवसीय दोनों मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया। वर्तमान में वह सूची में चौथे स्थान पर है।
ऑकलैंड के खिलाड़ी ने 77 टेस्ट और 143 वनडे में न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने 45.36 के अच्छे औसत से 5444 रन बनाकर अपने टेस्ट करियर का अंत किया। उनका टेस्ट कैरियर में उनके नाम 17 शतकों और 18 अर्धशतकों के साथ 299 के सर्वोच्च स्कोर भी था। दुर्भाग्य से, कैंसर के कारण 3 मार्च, 2016 को मार्टिन क्रो का निधन हो गया।
# 8 वीवीएस लक्ष्मण
वीवीएस लक्ष्मण को भारत के महानतम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। वह सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली के साथ कई सालों तक भारतीय टीम की बल्लेबाजी की धूरी रहे। तकनीकी तौर पर एक ठोस बल्लेबाज लक्ष्मण में किसी भी गेंदबाजी से निपटने की क्षमता थी। जैसा कि कदमों पर खेलना एशियाई बल्लेबाजों की विशेषता होती है और वह भी अपने पैड पर पड़ने वाली कोई भी गेंद दंडित किया करते थे।
आस्ट्रेलियाई टीम के लिये इस हैदराबादी खिलाड़ी की अलग ही पसंद रही और उनका कमाल का रिकॉर्ड यह बताता है। 2001 में ईडन गार्डंस में कंगारूओं के खिलाफ 281 * की उनकी शानदार पारी भारतीय क्रिकेट की सबसे प्रसिद्ध परियों में से एक है। वीवीएस ने अपने 16 साल लम्बे करियर में कई मैच जीतने और मैच बचाने वाली पारियां खेली।
उन्हें कई पुरस्कारों से नवाज़ा भी गया था जिसमें से पद्म श्री, अर्जुन पुरस्कार, और विज्डन पुरस्कार कुछ हैं, लक्ष्मण ने भारत के लिए 134 टेस्ट और 86 एकदिवसीय मैच खेले। उन्होंने 45.97 के औसत से 8781 रन बनाकर अपने टेस्ट करियर का अंत किया। उनके पास 17 शतक और 56 अर्धशतक हैं, साथ ही उनकी सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी 281 * रनों की रही है। लक्ष्मण वर्तमान में टेस्ट मैचों में भारत के लिए सर्वाधिक रन स्कोरर की सूची में चौथे स्थान पर है।
# 7 मिस्बाह-उल-हक
# 6 केविन पीटरसन
केविन पीटरसन इंग्लैंड के सबसे प्रभावशाली बल्लेबाजों में से एक थे। स्वाभाविक रूप से एक आक्रामक बल्लेबाज रहे, उन्होंने कई गेंदबाजी आक्रमणों को नाकाम कर दिया और अकेले दम पर इंग्लैंड के लिए कई मैच जीते। दक्षिण अफ्रीका में जन्में पीटरसन करियर में कई रिकॉर्ड तोड़ने के लिए जाने गये। जिनमें से एक था पहले 25 टेस्ट मैचों में रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर रहे, यहाँ तक द गार्जियन अख़बार ने उन्हें इंग्लैंड का सबसे बड़ा बल्लेबाज बताया।
केपी जिस नाम से वह मशहूर हैं, उन्होंने प्रसिद्ध 2005 एशेज में कुछ यादगार पारियां भी खेली, उन्होंने ली, मैक्ग्रा और वॉर्न जैसे महान कौशल वाले गेंदबाजों का सामना किया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद के आगाज़ की घोषणा की। केपी हालांकि भारत के खिलाफ सबसे सफल रहे, जिनके खिलाफ उन्होंने 6 शतक बनाए।
कुल 104 टेस्ट में, पीटरसन ने 47.28 की औसत औसत से 8181 रन बनाए। उन्होंने 227 के सर्वोच्च स्कोर के साथ 23 शतक और 35 अर्धशतक लगाये हैं। इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक रन स्कोरर की सूची में वर्तमान में 5 वें स्थान पर हैं, दाएं हाथ वाला यह बल्लेबाज़ एक विवाद के बाद से इंग्लैंड के लिए नहीं खेल रहा है।
# 5 ग्रीम स्मिथ
लंबे बाएं हाथ वाला यह खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक था। ग्रीम स्मिथ 1000 टेस्ट रन बनाने वाले दक्षिण अफ्रीका का सबसे तेज स्कोर है उन्होंने क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक टेस्ट मैचों की कप्तानी करने की योग्यता भी हासिल की है। स्मिथ आमतौर पर अपने पैड पर मजबूत थे और पैर की तरफ से फेंकी हुई कोई भी गेंद लेग साइड की तरफ मार देते थे। उन्होंने 2003 में दक्षिण अफ्रीका के इंग्लैंड दौरे के दौरान लगातार टेस्ट मैचों में डबल शतक जड़ा था।
स्मिथ ने दक्षिण अफ्रीका के लिए अपने करियर में 117 टेस्ट और 197 वनडे खेले। उन्होंने 48.25 के औसत से 9265 टेस्ट रन बनाए, जिसमें 27 शतक और 38 अर्धशतक शामिल हैं। उनका उच्चतम व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर 277 का है, जो कि इंग्लैंड के खिलाफ था। वह वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका के लिए दूसरे उच्चतम टेस्ट रन स्कोरर है।
# 4 माइकल क्लार्क
माइकल क्लार्क अपने पहले टेस्ट मैच में ही सुर्खियों में आ गये, जब उन्होंने अपनी पहली पारी भारत के खिलाफ भारत में ही खेली और निश्चित रूप से किसी भी बल्लेबाज के लिए यहाँ पर डेब्यू करना कोई मजाक नहीं है। क्लार्क ने शतक बनाकर पहले ही मैच में शानदार प्रदर्शन किया।
क्लार्क एक प्रतिभाशाली दाएं हाथ वाले बल्लेबाज़ थे, जो कवर में विशेष रूप से मजबूत थे। वह स्पिन खेलने में भी माहिर थे। उन्होंने कई पुरस्कार जीते जिनमें से सर गैरी सोबर्स ट्रॉफी, विज्डन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर और विज्डन क्रिकेटर ऑफ दी इयर कुछ अहम हैं। क्लार्क ने कई सालों तक ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी भी की।
12 शानदार वर्षों के ऑस्ट्रेलिया करियर में 115 टेस्ट और 245 एकदिवसीय मैच खेले। उन्होंने 49.10 के शानदार औसत से टेस्ट मैचों में 8643 रन बनाए और टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, क्लार्क ने 28 शतक और 27 अर्धशतकों के साथ भारत के खिलाफ 329 * का सर्वश्रेष्ठ भी अपने नाम दर्ज़ किया है।
# 3 इंज़माम-उल-हक
इंजमाम-उल-हक पाकिस्तान क्रिकेट के सबसे बड़े नामों में से एक हैं। दाएं हाथ के यह बल्लेबाज़ लंबी परियों के लिये प्रसिद्ध थे। 1992 विश्व कप के सेमीफाइनल में उन्हें प्रसिद्धि मिली और वो टेस्ट और एकदिवसीय दोनों मैचों में पूरे दशक में टीम के अग्रणी बल्लेबाजों में से एक रहे।
इन्हें इंजी नाम से जाना जाता है, वह थकाऊ परियों साथ ही गेंदों पर प्रहार करने में सक्षम खिलाड़ी थे, 1 99 7 में आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गये और करियर के बाकी हिस्सों में शीर्ष 20 में रहे।
2001-02 के सत्र में लाहौर में न्यूजीलैंड के खिलाफ 329 रन उनके टेस्ट कैरियर की एक विशेष पहचान बने। उन्होंने 100 वें टेस्ट में एक शतक भी बनाया (184 रन)।
इंजी ने पाकिस्तान के लिए 120 टेस्ट और 378 एकदिवसीय मैच खेले,उन्होंने 49.60 के औसत से 8830 टेस्ट रनों को बनाया, 25 शतक और 46 अर्धशतक लगाए। वह पाकिस्तान के लिए टेस्ट में तीसरा सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
# 2 वीरेंद्र सहवाग
वीरेंद्र सहवाग क्रिकेट इतिहास में सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज में से एक हैं। इस आक्रामक सलामी बल्लेबाज ने हमेशा शुरुआत से ही गेंद पर हमला किया। नजफगढ़ के नवाब टेस्ट क्रिकेट में दो ट्रिपल शतक बना चुके एकमात्र भारतीय हैं। उनके दोनों ही ट्रिपल शतक तेज़ गति से आए और उनका दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रन सबसे तेज ट्रिपल शतक (278 गेंदों में 300) बना। 2008 में विश्व भर उनके प्रदर्शन के चलते वो विज्डन लीडिंग क्रिकेटर के रूप में सम्मानित होने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी बने और बाद में 2009 के लिए इस पुरस्कार को बनाए रखने वाले किसी भी राष्ट्र के एकमात्र खिलाड़ी बन गये।
उन्हें अर्जुन पुरस्कार और पद्म श्री के साथ भी सम्मानित किया गया। सहवाग ने 104 टेस्ट मैचों और 251 वनडे में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 49.34 के औसत से औसत 82.23 के स्ट्राइक रेट के साथ टेस्ट में 8586 रन बनाए। वर्तमान में टेस्ट मैचों में भारत के लिए वह 5वें सबसे बड़े रन स्कोरर है।
# 1 महेला जयवर्धने
खेलते वक़्त महेला जयवर्धने सबसे खूबसूरत बल्लेबाज़ों में से एक रहे हैं, जो कि इस खेल ने कभी देखा है। वह श्रीलंका के महानतम बल्लेबाज़ों में से एक हैं और कुमार संगकारा के साथ, कई सालों तक श्रीलंका क्रिकेट को एक पहचान दिलायी है। वह 10,000 टेस्ट रनों के मील के पत्थर को पार करने वाले श्रीलंका क्रिकेट इतिहास के पहले खिलाड़ी थे।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जयवर्धने का उच्चतम टेस्ट स्कोर 374 रन, टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दाएं हाथ के बल्लेबाज़ का सर्वोच्च स्कोर भी हैं। उन्होंने टेस्ट मैचों में एक ही मैदान पर सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम रखा हैं। उन्होंने कोलंबो में सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब ग्राउंड पर 2921 रन बनाए।
चैंपियन बल्लेबाज होने के अलावा वह एक सफल कप्तान भी थे और उन्होंने अपनी टीम को कई यादगार जीत हासिल कराई थी। महेला ने 149 टेस्ट और 448 वनडे श्रीलंका की ओर से खेले। उन्होंने 49.84 के एक शानदार औसत से 11,814 रन बनाते हुए अपना करियर समाप्त किया। उन्होंने 34 शानदार शतक और 50 अर्धशतकों के साथ 374 रन का व्यक्तिगत स्कोर भी बनाया।