इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की ख़ास बात ये है कि हर साल हमें नए और प्रतिभाशाली खिलाड़ी देखने को मिल जाते हैं। आईपीएल के पिछले सीजन्स में अक्षर पटेल, मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या जैसे खिलाडियों ने अपने खेल से सभी का दिल जीता और राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह भी बनाई। इसी ख़ास बात को आईपीएल 10 में भी देखा जा रहा है, जहां हम नए व प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को देख सकते हैं। उनमे से आज हम बात करेंगे राइजिंग पुणे सुपरजायंट के ओपनर राहुल त्रिपाठी की, जिन्होंने अपने बल्ले से इस सत्र खूब रन बरसाए हैं। ओपनर के रूप में ज्यादातर राहुल ने टीम को ठोस शुरुआत दिलाई है। साथ ही बुधवार को कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ खेली गई 93 रनों की पारी से राहुल ने सभी का दिल जीत लिया और पुणे को प्लेऑफ में जाने का रास्ता दिखाया है। आईये आपको राहुल त्रिपाठी के बारे महत्वपूर्ण 10 बातों से रूबरू करवाते है : 1) राहुल पुणे फ्रैंचाइज़ी के लिए पहले ऐसे ख़िलाड़ी जो पुणे से ही हैं। आईपीएल में पुणे वॉरियर्स इंडिया और पुणे सुपरजायंट की तरफ से इससे पहले किसी भी घरेलू ख़िलाड़ी ने टीम में शिरकत नहीं की थी। 2) मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज होने के कारण त्रिपाठी को घरेलू टी20 टूर्नामेंट में खेलने की जगह नहीं मिली थी। विजय हजारे ट्रॉफी में महाराष्ट्र ने उन्हें पहले 4 मैचों में बाहर बैठाया था। 3) राहुल के पिताजी अजय त्रिपाठी इंडियन आर्मी में कर्नल है। उनके पिताजी की श्रीनगर में पोस्टिंग होने के बाद राहुल ने क्रिकेट को पेशेवर खेल बना लिया। 4) राहुल मैथ्स में B.Sc भी कर चुकें है। एक इंटरव्यू के दौरान उनके पिताजी ने कहा कि राहुल ने अपनी ग्रेजुएशन में अभी तक सबसे कम स्कोर 98 किया है! जो उनकी पढाई की प्रतिभा को भी दर्शाता है। 5) युवराज सिंह की तरह ही त्रिपाठी ने भी घरेलू टी20 टूर्नामेंट में 6 छक्के लगाये हैं। उन्होंने यह कारनामा पिछले साल 2 बार किया था। 6) राहुल त्रिपाठी शुरुआत में ज्यादा आक्रामक बल्लेबाज नहीं लगते, लेकिन जब वह खेलने लगते है तो अपने खेल को आक्रामक बना देते है। केकेआर के खिलाफ 7 छक्कों से सजी पारी उनकी आक्रामकता को दर्शाने का उदाहरण थी। 7) राहुल के पिताजी कर्नल अजय त्रिपाठी भी उत्तर प्रदेश के लिए यूनिवर्सिटी और जूनियर स्तर पर क्रिकेट खेल चुकें है। 8) राहुल त्रिपाठी ने 2012 में बड़ौदा के खिलाफ अपने करियर की शुरुरात की थी, लेकिन जब वह केवल एक ही मैच खेल पाए थे। 2014 में महाराष्ट्र के लिए 500 ज्यादा रन बनाये और टीम को सेमीफाइनल तक लेकर गए थे। 9) राहुल त्रिपाठी ने 2009-10 कुच-बिहार ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाये थे। इसी कारण उनको महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन XI में शामिल किया गया था। 10) त्रिपाठी को आईपीएल ऑक्शन के आखिरी राउंड में उनके बेस प्राइस 10 लाख रूपए में खरीदा गया था। इस सत्र उन्होंने अपनी शुरुआत मिडिल आर्डर बल्लेबाज के रूप में की, लेकिन मयंक अगरवाल के खराब प्रदर्शन की बदौलत उन्हें सलामी बल्लेबाजी का मौका दिया गया। उन्होंने मौके पर चौका लगाया और अपनी टीम को जीत दिलाने में भी योगदान दिया है।