भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। उनकी तुलना भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से की जाती है। उन्हें 'महिला क्रिकेट टीम का सचिन तेंदुलकर' भी कहा जाता है। वे वर्तमान भारतीय टीम में बल्लेबाजी की रीढ़ की हड्डी मानी जाती हैं। वे टीम में तीसरे नम्बर पर खेलना पसंद करती हैं। उन्होंने भारत की ओर से बल्लेबाजी के लगभग सभी प्रमुख रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। मिताली राज अभी इंग्लैंड में चल रहे महिला क्रिकेट विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। इसी कड़ी में हम इस लेख के द्वारा मिताली राज से जुड़ी ऐसी बात आपको बताएंगे, जो अभी तक आपके लिए अनजान थीं। # मिताली राज दुनिया में एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में 6000 रन बनाने वाली पहली महिला हैं। # वे दुनिया की एकमात्र ऐसी खिलाड़ी हैं जिसने लगातार 7 वन—डे मैच में लगातार 7 अर्धशतक जमाए हैं। यह एक विश्व रिकॉर्ड है। # जैसा कि आप जानते हैं कि उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर से की जाती है पर आप यह जानकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे कि, उन्होंने भी सचिन की भांति अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सिर्फ 16 साल की उम्र में आगाज किया था। # वे टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक जमाने वाली प्रथम महिला हैं। उन्होंने यह कारनामा इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेलते हुए 2002 में बनाया था। यह महिला क्रिकेट का सर्वाधिक रन का रिकॉर्ड है। # मिताली ने 'भरतनाट्यम' नृत्य में भी ट्रेंनिग प्राप्त की है और अनेक स्टेज कार्यक्रम दिए हैं। उनका कहना था कि अगर वे क्रिकेटर न होतीं तो अवश्य ही एक डांसर होतीं। # भारत की महान खिलाड़ियों में से एक मिताली राज को 21 सितम्बर 2004 के दिन उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित 'अर्जुन अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया था। # 12 जुलाई 2012 को उन्होंने आईसीसी द्वारा जारी एकदिवसीय क्रिकेट की बल्लेबाजी रैंकिंग में पहली बार पहला स्थान पाया। # मिताली राज के नाम एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड भी है। उनके नाम सबसे ज्यादा 48 फिफ्टीज दर्ज हैं। # उनकी कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड में पहली बार कोई टेस्ट और टेस्ट सीरीज पर कब्जा किया था। # मिताली राज हमेशा बैटिंग करने से पहले किताब पढना पसंद करतीं हैं। उनका मानना है कि ऐसा करने से वह खेल पर ढंग से ध्यान लगा पाती हैं।