दुनिया की सबसे धनी क्रिकेट लीग आईपीएल का 9वां सीज़न 9 अप्रैल 2016 से शुरू हो चुका है। इससे पहले के 8 सीजन मनोरंजन और रोमांचक मुकाबलों से भरे हुए थे। आईपीएल में बहुत से रिकॉर्ड अब तक टूट चुके हैं। 8 सालों में इस लीग ने कई ऊंचाई छुई है। बड़े टूर्नामेंट की तरह आईपीएल में भी कई विचित्र तथ्य और रिकॉर्ड बन चुके हैं, जिन्हें इस लीग के डाई हार्ड फैन को जानना जरूरी है। आज हम इस लीग के 10 ऐसे तथ्यों के बारे में बता रहे हैं, जो काफी विचित्र हैं।
#1 तीन बार ख़िताब जीत चुके हैं, रोहित शर्मा और युसूफ पठान
कोलकाता नाइट राइडर्स के विस्फोटक बल्लेबाज़ और मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा के नाम इस लीग का अनोखा रिकॉर्ड रहा है। इन दोनों ने तीन ट्राफी जीती है। ये ऐसी चीज जिस पर इन दोनों को गर्व भी होना चाहिए। युसूफ पठान राजस्थान रॉयल्स की तरफ से इस लीग के पहले संस्करण की विजेता टीम का हिस्सा रहे थे। तब उन्होंने बल्ले और गेंद से अपनी टीम का काफी सहयोग किया था। राजस्थान रॉयल्स के लिए ये बड़ा उलटफेर वाला मुकाबला था। जहां उन्हें जीत का दावेदार नहीं माना जा रहा था। साल 2011 में पठान केकेआर की तरफ आ गये थे। जहां उनकी टीम ने 2012 और 2014 में खिताबी जीत हासिल की थी। वास्तव में ये रिकॉर्ड बड़ौदा के इस आलराउंडर के लिए शानदार रहा। प्रतिभावान बल्लेबाज़ रोहित शर्मा जब डेक्कन चार्जेज के लिए खेल रहे थे, तो उनकी टीम को 2009 में ख़िताब जीतने का मौका मिला था। उसके बाद जब वह मुंबई इंडियंस के कप्तान बने तो साल 2013 और 2015 में खिताबी जीत हासिल की। ऐसे में वह इस वक्त गतचैंपियन के रूप में खेल रहे हैं। मुंबई के इस खिलाड़ी ने अपनी टीम को जीतने के लिए काफी प्रेरित किया है।
#2 2011 की नीलामी में क्रिस गेल को खरीददार ही नहीं मिला
आपको ये जानकर हैरत होगी कि साल 2011 की नीलामी में आईपीएल के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज़ क्रिस को कोई खरीददार ही नहीं मिला था। बाद में तेज गेंदबाज़ डर्क ननेस की जगह उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अपनी टीम में शामिल किया। जहां उन्होंने जोरदार प्रदर्शन से सबको हैरत में डाल दिया। इससे पहले गेल केकेआर की टीम के लिए 3 सीजन में खेले थे, जहाँ उन्होंने 16 मैचों से 463 रन बनाये थे। सीजन 2011 में गेल का नया अवतार देखने को मिला। उन्होंने 600 से ज्यादा रन बनाये और उसके बाद 2012 और 2013 में उन्होंने 700 से अधिक रन बनाये थे। और अपना नाम आईपीएल के इतिहास में दर्ज करवा दिया। उन्होंने अपने न बिकने का जवाब अपने बल्ले से दिया।
#3 आरसीबी सभी 200 से ज्यादा रन की साझेदारी में दूसरी टीम रही
आरसीबी की बैटिंग लाइनअप ऐसी है जो किसी भी टीम की गेंदबाज़ी की बखिया उधेड़ सकती है। टीम में गेल, डिविलियर्स और कोहली जैसे बल्लेबाज़ हैं। यहां आपको बता दें कि आईपीएल में अबतक 3 बार 200 रन से ज्यादा की साझेदारी हुई हैं। इन तीनों में दूसरी टीम आरसीबी रही है। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ शान मार्श और एडम गिलक्रिस्ट ने आरसीबी के खिलाफ दूसरे विकेट के लिए धर्मशाला में 206 रन की साझेदारी की थी। लेकिन आरसीबी के पास जिस तरह की बल्लेबाज़ी लाइन है वह ऐसे रिकॉर्ड तोड़कर आगे बढ़ गयी। इस रिकॉर्ड के बेहद करीब क्रिस गेल और कोहली पहुंच गये थे, जब 2012 में दिल्ली के खिलाफ इन दोनों ने 204 रन बनाये थे। लेकिन बीते साल विराट कोहली और डिविलियर्स ने मुंबई में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 215 रन की साझेदारी करके इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
#4 दिल्ली का अजीब केस
दिल्ली ऐसी फ्रैंचाइज़ी है जिसने अभी तक एक भी फाइनल नहीं खेला है। हालांकि डेक्कन और सनराइजर्स एक ही टीमें हैं लेकिन हैदराबाद को ही रिप्रेजेंट करती हैं। इस वजह से दिल्ली ही इकलौती टीम है जो अभी तक आईपीएल के फाइनल में नहीं खेली है। साथ ही इस टीम के साथ ये भी रिकॉर्ड जुड़ा है कि उसके नाम सबसे ज्यादा बार 100 से कम रन बनाने का रिकॉर्ड है। दिल्ली ने साल 2008 और 2009 में सेमीफाइनल मुकाबले खेले और 2012 में टीम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर गयी थी। लेकिन एक बार भी टीम फाइनल में जगह नहीं बना पायी। साल 2008 और 2009 में उन्हें राजस्थान रॉयल्स और डेक्कन चार्जर्स ने सेमीफाइनल में हराया था। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार क्या दिल्ली अपना भाग्य बदलने में कामयाब होगी।
#5 एरॉन फिंच और पार्थिव पटेल अबतक 6 टीमों के लिए खेल चुके हैं
फिंच और पार्थिव पटेल ने अबतक छह अलग अलग फ्रैंचाइज़ी टीमों के लिए खेल चुके हैं। फिंच इस बार गुजरात लायंस की तरफ से खेल रहे हैं। पार्थिव पटेल ने अबतक चेन्नई सुपर किंग्स, कोच्ची, डेक्कन चार्जेज, सनराइजर्स हैदरबाद, आरसीबी, और मुंबई इंडियंस का हिस्सा रह चुके हैं। वहीं फिंच भी अबतक 6 आईपीएल टीमों के लिए खेल चुके हैं, जिनमे राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वारियर्स इंडिया, सनराइजर्स हैदराबाद, मुंबई और अब गुजरात लायंस की तरफ से खेल रहे हैं।
#6 रॉबिन उथप्पा और मनीष पांडे साथ ही खेले
कर्नाटक के इन दोनों खिलाड़ियों ने अबतक चार विभिन्न आईपीएल टीमों के लिए खेला है, लेकिन वह हर बार साथ में ही रहे हैं। ऐसा 8 सीजन से लगातार होता आया है। इस साल भी वह एक साथ ही हैं। साल 2008 में ये दोनों मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलना शुरू किए थे। इसके बाद ये दोनों आरसीबी के लिए 2 सीजन में खेले। उसके बाद ये दोनों खिलाड़ी पुणे वारियर इंडिया की टीम में आ गये। जहाँ इन दोनों ने 2 सीजन साथ बिताये। लेकिन साल 2014 से ये दोनों खिलाड़ी केकेआर के लिए खेल रहे हैं। ऐसे में इन दोनों की जोड़ी को जय-वीरू की जोड़ी कहा जा सकता है।
#7 गौतम गंभीर सबसे ज्यादा अर्धशतक और सबसे ज़्यादा ज़ीरो पर आउट हुए
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज़ गौतम गंभीर आईपीएल में सबसे अच्छा खेलने वाले खिलाड़ी माने जा सकते हैं। वह जिस भी टीम के लिए आईपीएल में खेले उन्होंने शानदार खेल दिखाया। वह केकेआर के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे तो वहीं वह दिल्ली के लिए चौथे ऐसे बल्लेबाज़ थे जिन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाये। आईपीएल में गंभीर ने सबसे ज्यादा पचासे बनाये हैं। लेकिन उनके नाम एक और रिकॉर्ड है, जिसे वह भूलना चाहेंगे, वह सबसे ज्यादा बार जीरो पर भी आउट हुए हैं। वह अबतक पीयूष चावला और हरभजन सिंह के साथ 11 बार ज़ेरोप्र आउट होने वाले खिलाड़ी रहे हैं। ऐसे में ये गंभीर का हाई-लो अफेयर कहा जा सकता है।
#8 हरभजन और विराट का एक ही फ्रैंचाइज़ी के साथ 9वां साल
भारतीय टीम के साथी खिलाड़ी भज्जी और विराट के नाम ये अनोखा रिकॉर्ड है। आईपीएल में ये दोनों शुरू से लेकर आजतक एक ही टीम के साथ बने रहे हैं। चेन्नई और राजस्थान रॉयल्स के निलंबन के साथ धोनी, रैना और वाटसन को अलग फ्रैंचाइज़ी टीमों के साथ जुड़ना पड़ा। लेकिन ये दोनों अभी भी उसी टीम के साथ बने हुए हैं। दो बार की विजेता मुंबई इंडियंस के लिए भज्जी रीढ़ की हड्डी बने हुए हैं। हालांकि विराट को अभी ट्राफी उठाना बाकी है।
#9 केकेआर का उतार-चढ़ाव
आईपीएल में अबतक दो बार ख़िताब जीत चुकी केकेआर आईपीएल की सफल टीमों में आती है। लेकिन इस टीम के साथ एक और दिलचस्प किस्सा जुड़ा है। केकेआर के नाम अभी सबसे ज्यादा रन से जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है। आईपीएल के पहले मैच में केकेआर ने आरसीबी को 140 रनों से हराया था। ये जीत आईपीएल इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। लेकिन वहीं केकेआर के नाम एक और रिकॉर्ड है कि वह अबतक सबसे ज्यादा गेंदों के शेष रहते ही मैच हार चुकी है। साल 2008 में केकेआर मुबई के सामने 67 रन पर आलआउट हो गयी थी। जिसके जवाब में मुंबई ने इस मैच को 5.3 ओवर में ही जीत लिए था।
# 10 सचिन एकमात्र भारतीय आईपीएल के प्लेयर ऑफ़ टूर्नामेंट बने हैं
मास्टर बल्लेबाज़ ने आईपीएल में भी अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाबी हासिल की है। साल 2010 में सचिन आईपीएल में 'प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़' राह चुके हैं। इस पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ ने 618 रन बनाकर ऑरेंज कैप भी हासिल किया था। उन्होंने अपने खेल से साबित किया था कि इस छोटे प्रारूप में भी वह कमाल का खेल दिखा सकते हैं। सचिन ने इस प्रदर्शन से अपनी टीम मुंबई को फाइनल में पहुंचाया था। हालांकि फाइनल में टीम चेन्नई से हार गयी। जबकि तेंदुलकर ने फाइनल में भी अच्छी पारी खेली थी। उसके बाद से आजतक कोई भी भारतीय खिलाड़ी प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट नहीं जीत पाया है। इस चैंपियन को एक बार सलाम तो बनता है! लेखक-पल्लब चटर्जी, अनुवादक-मनोज तिवारी