#4. फिटनेस स्तर और क्षेत्ररक्षण में जबरदस्त बदलाव

टी-20 के आगमन से यह जरूर सुनिश्चित हुआ है कि हर खिलाड़ी मैदान पर रहते हुए हर समय फिट रहे। वर्त्तमान में, एक औसतन क्षेत्ररक्षक खिलाड़ी को टीम में जगह बनाने में मुश्किलें होती हैं। खिलाड़ियों को दिनों-दिन नए तरीके से फिटनेस में और क्षेत्ररक्षण का अभ्यास करना पड़ता है। यो-यो टेस्ट अब प्रत्येक भारतीय खिलाड़ी के लिए उसकी सहनशक्ति और धीरज स्तर को मापने के लिए अनिवार्य है।
निडर और आक्रामक भारतीय बल्लेबाजों का उदय...
आईपीएल ने ऋषभ पंत, पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल जैसे युवा भारतीय बल्लेबाजों को अपने बल्लेबाजी में निडर और आक्रामक होने का आत्मविश्वास पैदा किया है। गेंदबाजों की रफ़्तार और प्रतिष्ठा को दरकिनार कर, वे पारी की शुरुआत से ही आक्रामक शॉट्स खेलते हैं।
सीमित ओवर क्रिकेट में लेग स्पिनरों का दबदबा...
बहुत लम्बे समय तक लेग स्पिनर सिमित ओवरों के खेल में अप्रभावी रहे है, लेकिन भारतीय क्रिकेट में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल ने बीच के ओवरों में, इसे एक आक्रामक विकल्प बना दिया है। स्पिन-ट्विन्स ने पिछले दो वर्षों में असाधारण प्रदर्शन कर भारतीय क्रिकेट में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।