बाएं हाथ के खिलाड़ियों की श्रेष्ठ वनडे एकादश टीम पर एक नज़र

बाएं हाथ का गेंदबाज़ या बल्लेबाज़ किसी भी टीम की ताक़त बन सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि बाएं हाथ के खिलाड़ियों का रुझान खेल की तरफ़ कहीं ज़्यादा होता है। ये बात ग़ौर करने वाली है कि दुनिया में ज़्यादातर गेंदबाज़ दाएं हाथ से बॉलिंग करते हैं, ऐसे में अगर सामने बाएं हाथ का बल्लेबाज़ हो तो उसे एलबीडब्ल्यू आउट करना थोड़ा मुश्किल होता है। यही वजह है कि कई बार बाएं हाथ के बल्लेबाज़ खुलकर बल्लेबाज़ी करते हैं और ज़्यादा रन बनाते हैं। अगर बाएं हाथ के गेंदबाज़ों की बात करें तो वो टीम के लिए कई मौकों पर फ़ायदेमंद साबित हो सकते हैं। विश्व क्रिकेट के इतिहास में कई बाएं हाथ के गेंदबाज़ और बल्लेबाज़ हुए हैं जिन्होंने धमाल मचा दिया है। हम ऐसे ही बाएं हाथ के खिलाड़ियों को मिलाकर एक टीम तैयार कर रहे हैं। आइये जानते हैं कि कौन-कौन से खिलाड़ी हैं जो इस टीम का हिस्सा बने हैं। #1 सनथ जयसूर्या (श्रीलंका) सनथ जयसूर्या उन चुनिंदा ओपनर्स की लिस्ट में शामिल हैं जिनकी गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी दोनों क्षेत्र में ज़बरदस्त पकड़ थी। वो खुलकर खेलना पसंद करते थे। उन्होंने 445 वनडे मैच में 32.36 की औसत और 91.20 के स्ट्राइक रेट से 13430 रन बनाए हैं। उन्होंने 28 शतक और 68 अर्धशतक अपने नाम किए हैं। गेंदबाज़ी की बात करें तो उन्होंने 36.75 की औसत और 4.75 की इकॉनमी रेट से 323 विकेट हासिल किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 29/6 है।#2 सौरव गांगुली (भारत) सौरव गांगुली को प्यार से ‘दादा’ भी बुलाया जाता है। वो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक रहे हैं। उनके बारे में कहा जाता था कि भगवान के बाद ऑफ़ साइड पर किसी की बादशाहद है तो वो हैं सौरव गांगुली। भारत की तरफ़ से वनडे में वो दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। 311 वनडे मैच में उन्होंने 41.02 की औसत और 73.70 के स्ट्राइक रेट से 11363 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 22 शतक और 72 अर्धशतक अपने नाम किए हैं। वनडे में उनका सर्वाधिक स्कोर 183 है। #3 ब्रायन लारा (वेस्टइंडीज़) ब्रायन लारा अपने क्लास के लिए जाने जाते थे। वो दुनिया के एकलौते ऐसे बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने टेस्ट मैच की एक पारी में 400 रन बनाए हैं। वो स्ट्रोक लगाने में माहिर थे, कवर ड्राइव पर उनकी अच्छी ख़ासी पकड़ थी। वो स्पिन और पेस दोनों को खेलने में सहज थे। लारा ने 299 वनडे मैच में 40.17 की औसत और 79.51 की स्ट्राइक रेट से 10405 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 19 शतक और 63 अर्धशतक लगाए हैं। वनडे में उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 169 है।#4 ऐलन बॉर्डर (कप्तान) (ऑस्ट्रेलिया) एलन बॉर्डर ऑस्ट्रेलिया के महानतम बल्लेबाज़ों में से एक हैं और उन्हें एक कामयाब कप्तान के तौर पर जाना जाता है। कंगारू टीम की तरफ़ से खेलते हुए उन्होंने 273 वनडे मैच में 30.63 की औसत और 71.43 के स्ट्राइक रेट से 6524 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 3 शतक और 39 अर्धशतक लगाए हैं। वनडे में उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 127 है। एक कामयाब बल्लेबाज़ के अलावा वो बाएं हाथ के एक अच्छे गेंदबाज़ भी थे। उन्होंने 28.37 की औसत और 4.67 की इकॉनमी रेट से 73 विकेट हासिल किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 20/3 है। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था।#5 कुमार संगाकारा (विकेटकीपर) (श्रीलंका) श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगाकारा की गिनती दुनिया के शानदार बल्लेबाज़ों में की जाती है। वो न सिर्फ़ एक बेहतरीन बल्लेबाज़ थे, बल्कि एक कामयाब विकेटकीपर भी रहे हैं। श्रीलंका के इस खिलाड़ी ने वर्ल्ड के लगातार 4 मैच में 4 शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया था। संगाकारा ने 404 वनडे मैच में 41.98 की औसत और 78.86 की स्ट्राइक रेट से 14234 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 25 शतक और 93 अर्धशतक लगाए हैं। वनडे में उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 169 है। #6 माइकल बेवन (ऑस्ट्रेलिया) क्रिकेट में ‘फ़िनिशर’ शब्द को जन्म ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ माइकल बेवन ने ही दिया था। उन्होंने कई मौकों पर ऑस्ट्रेलिया के लिए विनिंग रन बनाए थे। धोनी से पहले के युग में बेवन सबसे बेहतरीन फ़िनिशर थे। वो टीम की पारी को आगे ले जाने में माहिर थे, भले ही हालात कैसे भी हों, वो रन बनाना नहीं छोड़ते थे। बेवन ने 232 वनडे मैच में 53.17 की औसत और 74.16 के स्ट्राइक रेट से 6912 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 6 शतक और 46 अर्धशतक लगाए हैं। वनडे में उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 108 है। #7 वसीम अकरम (पाकिस्तान) वसीम अकरम को ‘स्विंग का सुल्तान’ कहा जाता था। वो अपनी गेंदबाज़ी से विपक्षी टीम के बल्लेबाज़ों के दिलों में ख़ौफ़ पैदा कर देते थे। उन्होंने 386 वनडे मैच में 23.53 की औसत और 3.9 की इकॉनमी रेट से 502 विकेट हासिल किए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 15/5 है। इसके अलावा वो बल्लेबाज़ी करने में भी माहिर थे, उन्होंने 16.52 की औसत और 88.33 के स्ट्राइक रेट से 3717 रन बनाए हैं। वनडे में उनका सर्वाधिक स्कोर 86 है। #8 डेनियल वेटोरी (न्यूज़ीलैंड) डेनियल वेटोरी बाएं हाथ से परंपरागत गेंदबाज़ी करते थे। वो न्यूज़ीलैंड क्रिकेट इतिहास के सबसे शानदार स्पिन गेंदबाज़ हैं। वो सटीक और विविधतापूर्ण बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते थे। वो डॉट गेंद फेंककर बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाते थे। उन्होंने 295 वनडे मैच में 31.72 की औसत और 4. 13 की इकॉनमी रेट से 295 विकेट हासिल किए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/5 है।#9 मिचेल जॉनसन (ऑस्ट्रेलिया) मिचेल जॉनसन अपनी गेंदबाज़ी से विपक्षी टीम को मुश्किल में डाल देते थे वो एक तेज़ गेंदबाज़ थे और बाउंसर फेंकने में माहिर थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरफ़ से खेलते हुए 153 वनडे मैच में 25.26 की औसत और 4.84 की इकॉनमी रेट से 239 विकेट हासिल किए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 31/6 है।#10 ज़हीर ख़ान (भारत) ज़हीर ख़ान को अकसर ‘भारतीय गेंदबाज़ी का सचिन तेंदुलकर’ कहा जाता था। वो भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे कामयाब बाएं हाथ के गेंदबाज़ हैं। वो रिवर्स स्विंग गेंद फेंकने में माहिर थे। वो जवागल श्रीनाथ के बाद दूसरे ऐसे गेंदबाज़ हैं जिन्होंने वर्ल्ड कप में 44 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने 200 वनडे मैच में 29.44 की औसत और 4.93 की इकॉनमी रेट से 282 विकेट हासिल किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 42/5 है।#11 चामिंडा वास (श्रीलंका) चामिंडा वास श्रीलंका के महानतम तेज़ गेंदबाज़ों में से एक हैं। वो वसीम अकरम और ग्लेन मैक्ग्रा के दौर में गेंदबाज़ी किया करते थे। वो अपनी विविधता भरी गेंदबाज़ी से विपक्षी बल्लेबाज़ों को चकमा देते थे। उन्होंने 322 वनडे मैच में 27.54 की औसत और 4.19 की इकॉनमी रेट से 400 विकेट हासिल किए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 19/8 है। लेखक- वैभव जोशी अनुवादक- शारिक़ुल होदा