मुरलीधरन को बड़े मैच का खिलाड़ी कहना कठिन है क्योंकि वह हमेशा अच्छा प्रदर्शन करते थे। उनका दिन कभी कदार ही खराब जाता है। मुरलीधरन ने टूर्नामेंट के फाइनल में 25.28 के औसत से 49 विकेट लिए थे। और वर्ल्डकप में उन्होंने 19.68 के औसत और 3.88 के इकॉनमी रेट से उन्होंने 68 विकेट लिए थे। इन दोनों में उनका स्थान तीसरा ही है। मलिंगा को इस लिस्ट से बाहर रखना काफी कठिन है। उन्होंने टूर्नामेंट के फाइनल में 20 से ज्यादा विकेट लिए हैं। हालांकि उन्हें इस लिस्ट में शामिल करने की वजह उनका वर्ल्डकप में प्रदर्शन है। उन्होंने 22 मैचों में 21.11 की औसत से 43 वनडे वर्ल्डकप विकेट लिए हैं और उन्होंने 31 टी-20 वर्ल्डकप (शाहिद आफरीदी 39 विकेट के बाद दूसरे नम्बर पर) के मैचों में 21 की औसत से 31 विकेट लिए हैं। इसलिए उन्हें मुरली के साथ इस लिस्ट में जगह मिली है।