क्रिकेट को महान अनिश्चितताओं का खेल हमेशा कहा जाता है। इसमें कब क्या हो जाए यह कहा नहीं जा सकता। ऐसा ही अप्रत्याशित वाकया नागालैंड और मणिपुर के बीच हुए अंडर 19 महिलाओं के मुकाबले में 136 गेंदें वाइड फेंकी गई और नागालैंड ने मैच 117 रनों से जीत लिया। यह मैच धनबाद में खेला गया।
बीसीसीआई ने नॉर्थ ईस्ट-बिहार अंडर 19 प्रतियोगिता में यह मैच कराया था और दोनों तरफ की गेंदबाजों को अपने कोटे के ओवर करते समय संघर्ष करते देखा गया। मणिपुर की महिलाओं ने 94 वाइड फेंकी। विपक्षी टीम की तरफ से हालाँकि कुछ कम वाइड फेंकी गई लेकिन आंकड़ा यहाँ भी 42 को छू गया। 38 ओवर खेलकर नागालैंड की टीम 215 रनों पर आउट हो गई। इस दौरान सिर्फ दो खिलाड़ी ही दोहरे अंकों में पहुँच पाई। जवाब में बल्लेबाजी करते हुए मणिपुर की टीम 98 रनों पर ऑल आउट हो गई और 117 रनों से मैच गंवा दिया।
बीसीसीआई में नॉर्थ-ईस्ट राज्यों के संयोजक नबा भट्टाचार्य ने और अधिक मैच खेलकर खेल में सुधार करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर जगह शुरुआत होती है, नॉर्थ-ईस्ट राज्यों को और मैच खेलने को मिलेंगे और वे बेहतर होंगे। उन्होंने कहा कि इस मैच का उद्देश्य प्रतियोगी क्रिकेट को बढ़ावा देना है। इससे कोचिंग कला में बेहतरी आएगी।
वाइड गेंदों की इतनी बड़ी संख्या पर कोई आश्चर्य भी नहीं होना चाहिए क्योंकि नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में क्रिकेट के लिए उतनी सुविधाएँ नहीं है जितनी अन्य राज्यों के पास है। पुरुष क्रिकेट में रणजी टीम अभी तक इस क्षेत्र के कई राज्यों में नहीं है, तो महिला क्रिकेट की बात अलग ही है। नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों और अन्य राज्यों में क्रिकेट का स्तर बिलकुल अलग है। कोचिंग और अन्य चीजों में ये राज्य काफी पीछे हैं और बीसीसीआई ने इस ओर ध्यान देकर सुधार की दिशा में कदम बढाए हैं। इसमें कुछ समय जरुर लगेगा लेकिन क्रिकेट के लिए इसे अच्छी पहल कहा जा सकता है।