अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की पहली ही गेंद पर विकेट लेना किसी भी गेंदबाज के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होती है। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में अभी तक सिर्फ 29 गेंदबाजों ने अपने करियर की पहली ही गेंद पर विकेट लेने का अनोखा रिकॉर्ड बनाया है। वनडे क्रिकेट में सबसे पहली बार करियर की पहली ही गेंद पर विकेट लेने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के ज्योफ आर्नोल्ड ने 1972 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था।
भारत ने अपना पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय 1974 में खेला था और तब से लेकर अभी तक 231 क्रिकेटर भारत की तरफ से वनडे मैच खेल चुके हैं, लेकिन उनमें से सिर्फ दो ही गेंदबाज ऐसे हैं जिन्होंने अपने करियर की पहली ही गेंद पर विकेट लेकर सबको चौंका दिया था। आइये देखते हैं वह दोनों गेंदबाज कौन हैं?
भारतीय गेंदबाज जिन्होंने वनडे करियर की पहली ही गेंद पर विकेट लिया:
# सदगोपन रमेश
भारतीय टीम के पूर्व ओपनर सदगोपन रमेश ने मार्च 1999 में श्रीलंका के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था, लेकिन पहली बार गेंदबाजी का मौका उन्हें सितम्बर 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सिंगापुर में मिला था। रमेश ने अपनी पहली ही गेंद पर वेस्टइंडीज के निक्सन मैक्लीन को आउट किया था और वनडे में पहली ही गेंद पर विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज भी बने थे। गौरतलब है कि यही विकेट रमेश के वनडे करियर का एकमात्र विकेट भी रहा।
# भुवनेश्वर कुमार
भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने 30 दिसंबर 2012 को चेन्नई में पाकिस्तान के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था और पहली ही गेंद पर मोहम्मद हफीज़ को आउट करके चौंका दिया था।
भुवनेश्वर कुमार ने अभी तक भारत की तरफ से 114 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय खेले हैं, जिसमें उन्होंने 132 विकेट हासिल किये हैं और चार बार पारी में चार विकेट लेने के अलावा एक बार पारी में 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी बनाया है।
नोट - एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय करियर की पहली गेंद पर विकेट लेने वाले आखिरी गेंदबाज फिलहाल श्रीलंका के महीश तीक्षणा हैं, जिन्होंने 2021 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह रिकॉर्ड बनाया था।
अभी तक वेस्टइंडीज और श्रीलंका के सबसे ज्यादा चार-चार गेंदबाजों ने वनडे करियर की पहली ही गेंद पर विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है। दक्षिण अफ्रीका से तीन गेंदबाजों के नाम यह रिकॉर्ड है। इसके अलावा इंग्लैंड, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, ज़िम्बाब्वे, केन्या और कनाडा के दो-दो एवं आयरलैंड, हांगकांग, नेपाल और बांग्लादेश के एक-एक गेंदबाज ने यह रिकॉर्ड बनाया है।