भारतीय महिला टीम को एक पहचान मिलने में कई वर्षों का लम्बा समय लगा। इस दौरान कई खिलाड़ी आईं और अपने खेल दिखाकर चली गईं। भारतीय महिला टीम ने संघर्षों से निकलकर कठिन मेहनत के बाद एक नाम प्राप्त किया। इसमें उन महिला क्रिकेटरों का बड़ा और ख़ास योगदान है। वर्तमान समय में भारतीय महिला टीम को वर्ल्ड की मजबूत टीमों में से एक माना जाता है। यह नाम सिर्फ एक दिन में नहीं बना बल्कि सालों की मेहनत और तपस्या इसके पीछे है। पुरुष टीम की तुलना में सैलरी से लेकर अन्य तमाम सुविधाएँ भारतीय महिला क्रिकेट टीम को कम मिलती हैं।
महिलाओं में मिताली राज और झूलन गोस्वमी ने भारतीय महिला टीम को विश्व में एक अलग ही पहचान दिलाई। दोनों ने लम्बे समय तक टीम के लिए शानदार खेल दिखाया है और यह आज भी जारी है। भारतीय महिला टीम को दो बार वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाने में सफलता मिली और टी20 वर्ल्ड कप में भी एक बार उन्होंने ऐसा किया है। मिताली राज को भारतीय महिला टीम की सबसे सफल कप्तान मान सकते हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने तीनों प्रारूप में भारत के लिए खेलते हुए काफी नाम कमाया है। महिला क्रिकेट में ज्यादा रन नहीं बनते और यही कारण है महिला क्रिकेट में सिर्फ दो ही वनडे शतक लगे हैं। दोनों विदेशी खिलाड़ियों ने जड़े हैं। इनमें अमेलिया केर 232* और बेलिंडा क्लार्क 229* का नाम शामिल है। भारतीय महिला टीम से भी दो खिलाड़ी ऐसी हैं जिन्होंने वनडे क्रिकेट में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए दोहरे शतक के नजदीक पहुँचने में सफलता हासिल की लेकिन दोहरा शतक नहीं बना पाईं।
भारतीय महिला टीम से दोहरे शतक के करीब जाने वाली दो खिलाड़ी
हरमनप्रीत कौर
भारतीय टी20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 2017 वर्ल्ड कप में 115 गेंद पर नाबाद 171 रन की पारी खेली थी। हरमनप्रीत कौर ने इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की शानदार गेंदबाजों की गेंदों को कई बार स्टैंड में पहुँचाया। हालांकि इस मुकाम पर आने के बाद भी उनको दोहरा शतक नहीं बना पाने का मलाल जरुर होगा। ओवर खत्म होने के कारण ऐसा नहीं हो पाया। भारत ने पचास ओवर में 281 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया की महिलाऐं कुल 245 रन बनाकर आउट हो गईं।
दीप्ति शर्मा
महिलाओं की चतुष्कोणीय सीरीज में दीप्ति शर्मा ने आयरलैंड के खिलाफ 2017 में 188 रन की पारी खेली थी। भारतीय महिला टीम में यह सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है। दीप्ति ने इस दौरान 160 गेंदों का सामना किया। टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे की टीमें भी थी और भारतीय महिलाओं ने टूर्नामेंट जीता। दीप्ति को दोहरा शतक नहीं बना पाने का अफ़सोस जरुर होगा।