IPL की जबसे शुरुआत हुई है तबसे कई खिलाड़ी अभी तक इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले चुके हैं। 2008 के पहले सीजन से लेकर 2024 तक दुनिया के कई बड़े दिग्गज खिलाड़ियों ने आईपीएल में हिस्सा लिया और नाम कमाया। इसके अलावा भारत के भी कई क्रिकेटरों को आईपीएल की वजह से एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म मिला।
मुंबई इंडियंस की टीम इसकी सबसे बड़ी मिसाल है, जिसने भारत को हार्दिक पांड्या जैसे बेहतरीन ऑलराउंडर दिए। वहीं तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भारतीय क्रिकेट में मील का पत्थर साबित हुए। चेन्नई सपर किंग्स से निकले अम्बाती रायडू, शार्दुल ठाकुर और दीपक चाहर जैसे खिलाड़ियों ने भी आईपीएल में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर नीली जर्सी पहनने का गौरव हासिल किया।
हालांकि आईपीएल में केवल उन्हीं क्रिकेटरों को लंबे समय तक याद रखा जाता है जो लंबे समय तक या तो टूर्नामेंट का हिस्सा रहें या फिर उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाई हो। इन सबसे इतर कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने आईपीएल में जबरदस्त प्रदर्शन किया और उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। हम आपको ऐसे ही दो दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे।
2 खिलाड़ी जिनके आईपीएल में योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है
1. स्वप्निल असनोदकर- राजस्थान रॉयल्स
इस सूची में सभी खिलाड़ियों में से सबसे कम आंके गए खिलाड़ियों में से एक हैं स्वप्निल असनोदकर। एक बेहतरीन स्ट्रोक-प्लेयर के रूप में विख्यात स्वप्निल असनोदकर आईपीएल 2008 में राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा थे। आईपीएल का पहला खिताब राजस्थान ने जीता था, जिसमें इस बल्लेबाज की बड़ी भूमिका रही। गोवा के बल्लेबाज ने राजस्थान के ओपनिंग स्लॉट की समस्या सुलझाने का काम किया था।
इससे पहले कप्तान शेन वॉर्न कई विकल्प आजमा चुके थे लेकिन उनके हर सवाल का जवाब स्वप्निल थे। उन्होंने ग्रीम स्मिथ के साथ नियमित रूप से पारी का आगाज किया और 9 मैचों में 2 अर्धशतक के साथ 34.55 की औसत से 311 रन बनाए।
#3 सुब्रमण्यम बद्रीनाथ- चेन्नई सुपर किंग्स
बद्रीनाथ घरेलू क्रिकेट में सबसे शानदार नामों में से एक रहे हैं। 95 आईपीएल मैचों में उन्होंने 30.66 की औसत से 1441 रन बनाए, जिसमें कई मैच जिताऊ पारियां शामिल हैं। तमिलनाडु का बल्लेबाज सीएसके खेमे का एक अहम सदस्य था, जो चेन्नई की 2010 और 2011 लगातार दो आईपीएल खिताब का हिस्सा रहे।
कई मौकों पर टीम के लिए संकटमोचक की भूमिका निभा चुके बद्रीनाथ को अक्सर फ्लोटर के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। टीम में दिग्गज खिलाड़ियों की मौजूदगी और अच्छे फिनिशर होने के चलते उनका प्रदर्शन खराब होता चला गया। इस तरह एक अच्छे बल्लेबाज को वो पहचान कभी नहीं मिली जिसके लिए वह मशहूर थे। हालांकि इनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।