टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज बड़ी-बड़ी पारियां खेलने के लिए जाने जाते हैं। इस प्रारूप में बल्लेबाजों के पास टिककर खेलने का पूरा समय होता है। टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजों के धैर्य की परीक्षा होती है और जो बल्लेबाज इस परीक्षा को पास कर लेता है, वही एक बड़ी पारी खेल पाता है।
अक्सर कई बल्लेबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में जबरदस्त पारियां खेली हैं। ब्रायन लारा के नाम टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा 400 रन बनाने का रिकॉर्ड है। इसके अलावा मैथ्यू हेडन ने 380 रन बनाए थे। जब बल्लेबाज बड़ी पारियां खेलते हैं तो फिर टीम का स्कोर भी काफी अच्छा हो जाता है।
कई टीमें एक बड़ा स्कोर बनाने के बाद पारी घोषित कर देती हैं और सामने वाली टीम को जल्द से जल्द आउट करने की कोशिश करती हैं। आमतौर पर विकेट के हिसाब से 500, 600 या फिर 700 रन बनाने के बाद कोई भी टीम अपनी पारी घोषित कर देती है, लेकिन कई बार ऐसा हुआ है कि टीमें खेलती रह जाती हैं और उससे ज्यादा रन भी बना देती हैं। ऐसी ही दो टीमें हैं जिन्होंने 900 से ज्यादा रन टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में बना दिए थे। आइए जानते हैं कि वो दोनों टीमें कौन-कौन सी हैं और किस टीम के खिलाफ उन्होंने ये कारनामा किया था।
टेस्ट क्रिकेट में 900 से ज्यादा रन बनाने वाली टीमें
इंग्लैंड
इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये कारनामा किया था। लेकिन ये मैच आज से 83 साल पहले 1938 में हुआ था। 20 से 24 अगस्त को ओवल के मैदान में खेले गए इस मुकाबले में इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 विकेट पर 903 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी।
सर लियोनार्ड हटन ने 364 रनों की मैराथन पारी खेली थी और मौरिस लीलेंड ने नाबाद 187 और जोए हार्डस्टाफ ने नाबाद 169 रन बनाए थे। जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 201 और 123 रन ही बना पाई थी और इंग्लैंड ने एक पारी और 579 रनों से इस मुकाबले को अपने नाम कर लिया था।
श्रीलंका
श्रीलंका क्रिकेट टीम ने ये कारनामा भारतीय टीम के खिलाफ किया था। 2 अगस्त 1997 को कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में श्रीलंकाई टीम ने भारत के खिलाफ 6 विकेट पर 952 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी। टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में ये सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड है।
भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 8 विकेट पर 537 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी। जवाब में श्रीलंका ने 952 रन बना दिए थे। श्रीलंका की तरफ से सनथ जयसूर्या ने 340 रनों की मैराथन पारी खेली थी, वहीं रोशन महानमा ने 225 रन बनाए थे। हालांकि ये मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। भारत की तरफ से सचिन तेंदुलकर ने 143 रन बनाए थे और उस वक्त टीम के कप्तान वही थे। उनके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी शतकीय पारियां खेली थी।