टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1877 में हुई थी और अभी तक कुल मिलाकर 2387 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबर्न में खेला गया था। 2020 की शुरुआत तक कुल मिलाकर 13 टीमों ने टेस्ट क्रिकेट खेला है, जिसमें ऑस्ट्रलिया और इंग्लैंड के अलावा दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, ज़िम्बाब्वे, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, आयरलैंड और आईसीसी वर्ल्ड XI शामिल हैं।
हालाँकि टेस्ट क्रिकेट इतिहास में अभी तक सिर्फ दो मैच ही ऐसे हुए हैं जो टाई हुए और दोनों मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम शामिल थी। टेस्ट क्रिकेट का पहला टाई टेस्ट 1960 में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच ब्रिस्बेन में खेला गया था, वहीं दूसरा टाई टेस्ट 1986 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मद्रास (चेन्नई) में खेला गया था।
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आइये नज़र डालते हैं दोनों मैच किस तरह से टाई हुए:
# ऑस्ट्रेलिया vs वेस्टइंडीज (9-14 दिसंबर, 1960)
1960-61 में वेस्टइंडीज की टीम ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया, जिसका पहला मैच ब्रिस्बेन में खेला गया। वेस्टइंडीज के कप्तान सर फ्रैंक वॉरेल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया और मेहमान टीम ने सर गैरी सोबर्स (132) के शतक की मदद से 453 रन बनाये। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने नॉर्म ओ'नील के 181 और बॉब सिम्पसन के 92 रनों की मदद से 505 रन बनाये और पहली पारी में 52 रनों की बढ़त हासिल की।
दूसरी पारी में कप्तान फ्रैंक वॉरेल और रोहन कन्हाई के अर्धशतकों की मदद से 284 रन बनाये और मेजबानों के सामने जीत के लिए 233 रनों का लक्ष्य रखा। ऑस्ट्रेलिया के एलन डेविडसन ने पहली पारी में 5 विकेट लेने के बाद दूसरी पारी में भी 6 विकेट लिए।
233 रनों के लक्ष्य के जवाब में एक समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 92/6 हो गया था, लेकिन वहां से एलन डेविडसन ने 80 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम को संभाला और सातवें विकेट के लिए कप्तान रिची बेनॉ (52) के साथ 134 रनों की साझेदारी निभाई। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 226/6 हो गया था और उन्हें जीत के लिए सिर्फ 7 रनों की जरूरत थी, लेकिन वेस्टइंडीज ने मैच में जबरदस्त वापसी की और अगले 6 रनों में ऑस्ट्रेलिया के बाकी 4 विकेट गिर गए। ऑस्ट्रेलिया 232 रन बनाकर ऑल आउट हुई और मैच रोमांचक तरीके से टाई हो गया।
# भारत vs ऑस्ट्रेलिया (18-22 सितम्बर, 1986)
1986 में ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारत का दौरा किया जिसका पहला मैच मद्रास (चेन्नई) में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया एवं डीन जोन्स (210) के शानदार दोहरे शतक और डेविड बून (122) एवं कप्तान एलन बॉर्डर (106) के शतकों की मदद से 574/7 का विशाल स्कोर बनाकर पहली पारी घोषित की।
भारतीय टीम ने पहली पारी में कप्तान काहिल देव (119) के शतक और रवि शास्त्री, क्रिस श्रीकांत एवं मोहम्मद अज़हरुद्दीन के अर्धशतकों की मदद से 397 रन बनाये और ऑस्ट्रेलिया को 177 रनों की बड़ी बढ़त हासिल हुई। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 170/5 के स्कोर पर घोषित की, जिसमें सबसे ज्यादा 49 रन डेविड बून ने बनाये।
भारत को जीत के 348 रनों का मुश्किल लक्ष्य मिला, लेकिन सुनील गावस्कर के 90 और मोहिंदर अमरनाथ के 51 रनों की मदद से मेजबान टीम का स्कोर एक समय 251/3 था और जीत की संभावनाएं बढ़ गई थी। हालाँकि ऑस्ट्रेलिया ने यहाँ से वापसी की, लेकिन फिर भी 331/6 के स्कोर पर भारत का पलड़ा भारी लग रहा था। यहाँ से अगले 16 रनों में भारतीय टीम ने अपने चार विकेट गँवा दिए और उनके 347 रनों पर ऑल आउट होने से मैच टाई हो गया। रवि शास्त्री ने 48 रनों की नाबाद धुआंधार पारी खेली, लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने के कारण वह टीम को जीत नहीं दिला सके।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले ग्रेग मैथ्यूज ने दूसरी पारी में भी 5 विकेट लिए। उनके अलावा रे ब्राइट ने भी भी दूसरी पारी में 5 विकेट लिए। डीन जोन्स को उनके दोहरे शतक के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।