रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में झारखंड का मनोबल बढ़ाने नागपुर पहुंचे महेंद्र सिंह धोनी

रणजी ट्रॉफी मैच में बहुत ही कम ऐसा देखने को मिलता है कि बड़ी संख्या में फैंस मैदान में आए हो। हालांकि रविवार को इसके उलट मैदान पर बड़ी संख्या में फैंस की मौजूदगी देखने को मिली। इसकी वजह भारतीय टीम के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की मौजूदगी थी। धोनी झारखंड रणजी टीम का मनोबल बढ़ाने के लिए नागपुर पहुंचे थे और मैदान में उनकी एक झलक पाने के लिए विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में बड़ी संख्या में फैंस आए। शुरुआत में फैंस को इस बात की जानकारी नहीं थी कि धोनी भी सेमीफाइनल के दौरान मौजूद रहेंगे। बता दें कि झारखंड और गुजरात के बीच नागपुर में रणजी ट्रॉफी का सेमीफाइनल मुकाबला खेला जा रहा है। धोनी चार्टर्ड फ्लाइट से आए और स्टेडियम में झारखंड टीम का मनोबल बढ़ाने पहुंचे। जैसे ही मैदान में धोनी की उपस्थिति की खबर फैली, वैसे ही करीब 300 से अधिक फैंस मैदान में पहुंचे और एक स्टैंड भर दिया। मैदान पर धोनी-धोनी के नारे गूंजने लगे। धोनी ने खिलाड़ी और मैच अधिकारी का मान्यता कार्ड हासिल करने के बाद प्लेइंग क्षेत्र में एंट्री की और लंच सत्र के बाद टीम को एकजुट करके टिप्स दी। उन्हें पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज सुब्रतो बैनर्जी के साथ बाउंड्री के बाहर मैच देखते हुए देखा गया। चायकाल में धोनी ने झारखंड के कप्तान सौरभ तिवारी और उनके प्रमुख गेंदबाज शाहबाज़ नदीम के साथ बातचीत की। धोनी ने तिवारी को यह भी बताया कि टीम बड़ी साझेदारी करने के लिए क्या रणनीति अपनाए। उन्होंने इसके साथ ही टीम के मौजूदा विकल्पों के बारे में अपनी टिप्स दी। धोनी के झारखंड टीम के साथ पूरे सेमीफाइनल में रुकने की संभावना है। बता दें कि 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके धोनी ने मौजूदा पूरे सत्र में झारखंड टीम के मेंटर की भूमिका निभाई। मगर अपने कुछ कार्यों की वजह से वह पूरे समय टीम के साथ नहीं रह पाए। हालांकि उन्होंने समय-समय पर अपने अनुभव खिलाड़ियों से बांटे जिससे टीम को काफी फायदा मिला और वह बड़े टूर्नामेंट में दबाव को झेलने में सफल हो सकी। झारखंड की टीम पहली बार फाइनल में पहुंचने से सिर्फ एक कदम दूर है और ऐसे में भारतीय टीम के सीमित ओवरों के कप्तान एमएस धोनी की मौजूदगी से उन्हें बड़ा समर्थन मिला है।