पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान मिस्बाह-उल-हक़ ने हांगकांग में चल रही टी20 ब्लिट्ज में छह गेंदों पर छह छक्के लगाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। यह मैच मोंगकांग में हांगकंग आइसलैंड यूनाइटेड और हुंग हों जेडी जगुआर्स के बीच मिशन रोड़ क्रिकेट ग्राउंड पर हुआ। पाकिस्तान के आगामी वेस्टइंडीज दौरे के बाद रिटायर का दबाव झेलने वाले 42 वर्षीय पाक क्रिकेटर ने अपनी शैली में बल्लेबाजी करते हुए गेंदबाजों पर पूरी तरह हावी नजर आए। उन्होंने पारी के अंतिम 2 ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके द्वारा खेली गई 7 गेंदों में छह छक्के और 1 चौका मिला। पारी के 19वें ओवर की पांचवीं और छठी गेंद पर छक्के मारने के बाद उन्होंने 20वें ओवर की दूसरी, तीसरी, चौथी और पांचवीं गेंद पर चार और छक्के मारे तथा अंतिम गेंद पर चौका लगाया। मिस्बाह 37 गेंदों में 82 रन बनाकर अंत तक नाबाद रहे।
मिस्बाह की इस पारी की बदौलत उनकी टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट पर 216 रन बनाए। इस टूर्नामेंट में लगभग सभी स्कोर बड़े बन रहे हैं, क्योंकि अन्य मैदानों की तुलना में यहां के मैदान छोटे हैं। जगुआर्स की टीम के ओपनर बल्लेबाज निजाकत खान और गुयाना के जोनाथन फू टुक ने जवाबी आक्रमण कर आइसलैंड यूनाइटेड पर दबाव जरुर बनाया लेकिन अंत तक वे पूरे ओवर खेलकर 8 विकेट पर 183 रन तक ही पहुंच पाए। फू ने 47 गेंदों की पारी में चार चौके और छह छक्कों की मदद से 77 रनों की पारी खेली लेकिन टीम की हार को नहीं टाल पाए। इस तूफानी पारी के बाद मिस्बाह ने कहा "मैं अंत के कुछ ओवरों तक क्रिकेट के साधारण शॉट खेल रहा था। मेरे दिमाग में यह था कि बाउंड्री से आप आसानी से यहां 35 से 40 रन प्राप्त कर सकते हैं। 200 के पास जाकर अंत के दो ओवरों का भरपूर उपयोग करने का इरादा था।" गौरतलब है कि हांगकांग टी20 ब्लिट्ज के दूसरे मैच में वेस्टइंडीज के ड्वेन स्मिथ ने भी तूफानी पारी खेली थी और उन्होंने इस दौरान महज 31 गेंदों में शतक जड़ते हुए टी20 क्रिकेट का दूसरा सबसे तेज शतक जड़ने का कीर्तिमान अपने नाम किया। उन्होंने 40 गेंदों में नाबाद 121 रन बनाकर 200 रन का लक्ष्य महज 15 से भी कम ओवर में हासिल कर लिया था।