ICC Champions Trophy 2017: इन 5 वजहों से युवराज की जगह दिनेश कार्तिक को मौका मिलना चाहिए

घरेलू स्तर पर उम्दा प्रदर्शन

साल 2016-17 के रणजी सीजन में तमिलनाडु सेमीफाइनल में पहुंची थी। जिसमें दिनेश कार्तिक की भूमिका सबसे अहम थी। कार्तिक ने 5 अर्धशतक और एक शतक की मदद से 704 रन बनाये थे। इस दौरान उनका औसत 54 के करीब था। जिसके बाद वह चयनकर्ताओं के रेडार पर आ गये थे। हालांकि उनका चयन नहीं हुआ, लेकिन विजय हजारे ट्राफी में कार्तिक ने 86 के औसत से 607 रन बनाये जहां उनका स्ट्राइक रेट 102 के करीब रहा। इसके बाद कार्तिक ने बंगाल के खिलाफ फाइनल में 102 रन की पारी खेलकर तमिलनाडु को 5वीं बार चैंपियन बनाने में मदद की। इसके बाद कार्तिक का प्रदर्शन देवधर ट्रॉफी में भी शानदार रहा, जहां उन्होंने 247 रन बनाये। फाइनल में इंडिया बी के खिलाफ कार्तिक ने 126 रन की पारी खेली। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनकी ये फॉर्म चैंपियंस ट्रॉफी में उन्हें अंतिम 11 में उन्हें जगह दिलाने के लिए काफी है।