युवराज सिंह ने 10 साल पहले इंग्लैंड में क्रिकेट खेली थी। जबकि कार्तिक का गैप युवराज से कम है। क्योंकि दिनेश कार्तिक पिछली बार चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम के नियमित सदस्य रहे थे। जहां कार्तिक ने ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ वार्मअप मुकाबलों में शतक मारा था। हालांकि टूर्नामेंट के दौरान शिखर धवन और रोहित शर्मा की बढ़िया फॉर्म की वजह से कार्तिक को उतने मौके नहीं मिले थे। हालांकि वेस्टइंडीज के खिलाफ बर्मिंघम में जब उन्हें मौका मिला तो उन्होंने अर्धशतक ठोंक दिया था। पूरे टूर्नामेंट में कार्तिक ने 41 के औसत से 82 रन बनाये थे। इस तरह ये वजह भी कार्तिक को टीम में मौका देने की बात को बल दे रही है। क्योंकि युवराज सिंह ने 10 साल पहले इंग्लैंड में क्रिकेट खेली है। साथ ही टी-20 क्रिकेट के आने के बाद अब वनडे में 300 रन बनना आम बात हो गया है। वहीं कार्तिक ने 94 रन बनाकर खुद के फॉर्म की वकालत कर दी है।