वर्ष 2017 में क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम विराट कोहली के नेतृत्व में जीत के रथ पर सवार रही और साल के अंत तक इस कहानी में कोई परिवर्तन नही आया। हालांकि यह वर्चस्व मुख्यतः या घर पर या फिर उप-महाद्वीप की घर सामान परिचित स्थितियों में कायम हुआ है, लेकिन इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि टीम द्वारा प्रदर्शित निरंतरता का स्तर प्रशंसनीय और काफी आक्रामक रहा है। कई खिलाड़ी अलग-अलग समय पर अपनी जिम्मेदारी संभालने के लिए खड़े हुए हैं और साझा प्रदर्शन का इस टीम की विजय में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आइये एक नज़र डालते हैं 2017 में भारत के 5 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों पर:
# 5 युजवेंद्र चहल
खेल में इस वर्ष की खोज में से एक रहे हरियाणा के इस लेग स्पिनर को सीमित ओवरों के लिए तैयार किया गया था क्योंकि भारतीय चयनकर्ताओं ने एक कलाई के स्पिनर की एकदिवसीय मैचों में बीच के ओवेरों में गेंदबाजी करने के लिए तलाश शुरू कर दी थी। उन्होंने आर अश्विन और रविंद्र जडेजा को छोड़ अन्य खिलाड़ियों पर नज़रें डालना शुरू किया और यहीं युजवेन्द्र चहल ने मिले मौके का लाभ उठाया। उन्होंने इस साल 25 मैच खेले हैं, जिसमें टी 20 और वनडे दोनों शामिल हैं, चहल शानदार रहे हैं, क्योंकि उन्होंने न केवल रनों की गति को कम करने में कामयाबी हासिल की बल्कि बीच के ओवेरों में विकेट भी लिए हैं। 5.69 के संयुक्त इकॉनमी और 21.02 के शानदार औसत के साथ44 विकेट लेने वाले चहल ने निश्चित रूप से भारतीय टीम के लिए भविष्य का नाम बनाया है।
# 4 शिखर धवन
इस बाएं हत्था बल्लेबाज़ को टेस्ट क्रिकेट में इस वर्ष एक अवसर मिला, जब उन्हें श्रीलंका दौरे के लिए मुरली विजय की जगह लेने के लिए बुलाया गया था और यह शायद सफ़ेद कपड़ों में उतरने के साथ उनके भाग्योदय का अवसर रहा। धवन ने फिर पीछे नहीं देखा है और इस वर्ष 5 मैचों की 8 पारियां खेली है, दिल्ली के इस खिलाड़ी ने 68.75 के औसत से 550 रन बनाये हैं और वो भी 92.43 की एक शानदार स्ट्राइक रेट के साथ। एकदिवसीय क्रिकेट में, उनका रिकॉर्ड लगातार अच्छा रहा और 22 मैचों में 960 रन के साथ, बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने अपनी टीम के लिए तीसरे सबसे अधिक स्कोरर के रूप में वर्ष समाप्त किया है। उन्होंने खेल के सबसे छोटे प्रारूप टी 20 में अपना फॉर्म बनाये रखा और छह मैचों में 25.40 के औसत से 127 रन बनाये और 138.04 की स्ट्राइक रेट के साथ।
# 3 रोहित शर्मा
यह साल रोहित शर्मा को एक प्रकार से सीमित ओवरों के प्रारूप में विश्व क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज के रूप में स्थापित कर गया। विराट कोहली की अनुपस्थिति में कप्तान के रूप में उतरते हुए रोहित ने बल्लेबाज और एक कप्तान के रूप में अपनी प्रतिष्ठा को और ऊपर पहुंचाया। मोहाली में उनकी शानदार तीसरी एकदिवसीय डबल सेंचुरी के बाद, इंदौर में दूसरे टी 20 में रिकॉर्ड शतक बनाकर, उन्होंने रंगीन कपड़ों में सबसे खतरनाक खिलाड़ियों में से एक के रूप में स्थापित किया। उन्होंने इस साल 21 एकदिवसीय मैचों में 71.83 के औसत और 99.46 के स्ट्राइक रेट के साथ 1293 रन बनाये। पांच अर्धशतक और छह शतकों के साथ, रोहित इस साल बाकी सभी सलामी बल्लेबाजों से अलग कतार में रहे हैं। उनके टी 20 आकड़ें भी समान रूप से प्रभावशाली हैं, जहाँ 9 मैचों में उन्होंने 31.44 के औसत और 171.51 की स्ट्राइक रेट के साथ 283 रन बनाए हैं। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में उनका फॉर्म भारतीय मैनेजमेंट के लिये विदेशी दौरों पर जाने से पहले बहुत ज्यादा आशान्वित करने वाला रहा है, जहाँ वर्ष के अंत में उन्होंने जो तीन पारियाँ खेली थी, उनमें उन्होंने 102 * के सर्वोच्च स्कोर के साथ 217 रन बनाए।
# 2 चेतेश्वर पुजारा
तीसरे नंबर पर भारत की इस दीवार ने पिछले 15 महीनों में शानदार प्रदर्शन किया है और उनकी रन-स्कोरिंग की भूख और क्षमता भी कम नहीं हुई है। उनकी इस बढ़िया फॉर्म का ही नतीजा रहा कि 18 पारियों में 1,140 रनों के साथ पुजारा 2017 में टेस्ट मैचों में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे हैं। 67.05 की औसत से 5 अर्धशतक और 4 शतक उनकी अद्भुत स्थिरता का एक प्रतीक है और पुजारा ने अपनी निरंतरता से बाकी के बल्लेबाज़ी क्रम को और आक्रामक और तेज़ गति से खेलने की छूट मिली है।
# 1 विराट कोहली
भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली के प्रभाव पर शायद ही किसी को संदेह हो या कोई बहस करना चाहे, क्योंकि जब से उन्होंने टीम की कमान संभाली है, वो अलग रूप में नज़र आये है। उनकी बल्लेबाजी शीर्ष स्तर तक पहुंच गई है और 2017 में उन्होंने सभी विपक्षों के खिलाफ सभी तीन प्रारूपों में अपने वर्चस्व को बढ़ाया है। सभी तीन प्रारूपों में खेली गयी 52 पारियों में, कोहली ने 68.73 के औसत से 2818 रन बनाए हैं। उनकी स्थिरता ऐसी रही है कि टेस्ट क्रिकेट में 16 पारियों में, कप्तान ने 75.64 के औसत से 1,059 रन बनाए हैं। उनकी रूपांतरण दर अप्रत्याशित रही है क्योंकि वह 6 मौकों पर 50 के पार गये हैं और उनमें से 5 पर ट्रिपल आंकड़े तक पहुंच गये है। रंगीन कपड़ों में उन्होंने क्रिकेट की दुनिया पर शासन किया है और 26 एकदिवसीय मैचों में 76.84 की औसत से 1,460 रन बनाये और टी 20 में 10 पारी में 299 रन 37.37 की औसत और 152.55 की स्ट्राइक रेट के साथ बनाये हैं। लेखक: मनीष पाठक अनुवादक: राहुल पाण्डे