कुनाल पांड्या ने पूरे टूर्नामेंट में बल्ले और गेंद दोनों से ही शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने आईपीएल 2016 में भी अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया था। नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए कुनाल पांड्या टूर्नामेंट में 5वें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। वहीं गेंदबाजी में भी उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। 8 मैचों में 25 की औसत से उन्होंने 11 विकेट चटकाए। इस दौरान उनका इकोनामी रेट 5 से नीचे रहा। वहीं इतने ही मैचों में उन्होंने 46 की औसत से 366 रन बनाए। वहीं दूसरे मध्यक्रम के बल्लेबाज दिनेश कार्तिक इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। 8 पारियों में 87 की औसत से कार्तिक ने 607 रन बनाए। अपनी बल्लेबाजी से उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले चयनकर्ताओं के सामने अपनी मजबूत दावेदारी पेश की। उन्होंने टूर्नामेंट में हर 100 गेंद पर 102 रन बनाए। कार्तिक ने 6 अर्धशतकीय पारियां खेली जबकि 2 बेहतरीन शतक भी लगाए। फाइनल मुकाबले में तमिलनाडु के लिए उन्होंने मैच विनिंग शतकीय पारी खेली जिसकी वजह से तमिलनाडु विजय हजारे ट्रॉफी जीतने में कामयाब रही। वहीं भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी झारंखड के लिए टूर्नामेंट में शानदार पारियां खेली। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले उनका फॉर्म में आना भारतीय टीम के लिए शुभ संकेत है। 7 पारियों में 66 की औसत उन्होंने 330 रन बनाए। एक मैच में उन्होंने झारंखड को काफी मुश्किल परिस्थिति से निकाला। 57 रनों पर 6 विकेट गंवाकर झारखंड की टीम मुश्किल में दिख रही थी लेकिन धोनी ने अपने पुराने अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। 57 रनों पर 6 विकेट से निकालकर वो टीम को 243 के स्कोर तक ले गए। इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की सीरीज में दमदार प्रदर्शन करके केदार जाधव सुर्खियों में आए। विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने काफी शानदार प्रदर्शन किया। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने जहां से छोड़ा वहीं से विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने शुरुआत की। 7 पारियों में 54 की औसत और 137 की स्ट्राइक रेट से उन्होंने 375 रन बनाए। मिडिल ऑर्डर में बंगाल के बल्लेबाज मनोज तिवारी का भी नाम आता है। जिन्होंने अपने करिश्माई नेतृत्व में बंगाल की टीम को फाइनल तक पहुंचाया। इससे पहले सैय्यद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में भी उन्होंने शानदार खेल दिखाया था। उसी फॉर्म को उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में भी बरकरार रखा। 9 पारियों में 54 की औसत से उन्होंने 378 रन बनाए।