यह सभी जानते हैं कि भारतीय टीम का टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन पहले अच्छा नहीं था। आंकड़ों के लिहाज से देखें तो पाकिस्तान का प्रदर्शन भारत से ज्यादा अच्छा रहा है। अन्य देशों की बात करेंगे तब भी ऐसा ही है। हालांकि समय-समय पर भारतीय टीम को कुछ बेहतरीन टेस्ट खिलाड़ी जरुर मिले हैं। कई नाम ऐसे भी हुए हैं जिन्होंने आते ही अपने खेल से छाप छोड़ी और लम्बे समय तक टीम में बने रहे।
भारत के लिए डेब्यू टेस्ट सीरीज में कुछ बल्लेबाजों ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए चयन को सार्थक किया है। उन्होंने यह दर्शाया है कि उनका चयन करके टीम के हित में फैसला हुआ है। अक्सर देखा जाता है कि डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने वाले कई खिलाड़ी विश्व क्रिकेट और भारतीय क्रिकेट में हुए हैं। कई खिलाड़ियों ने आगे चलकर बड़ा नाम भी किया है। हालांकि भारत में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो डेब्यू टेस्ट में ज्यादा कुछ नहीं कर पाए लेकिन आगे चलकर बड़ा नाम किया। स्किन तेंदुलकर उनमें से एक हैं। पहली बार खेलते हुए उस सीरीज का श्रेष्ठ खिलाड़ी चुना जाना एक बड़ी बात होती है। भारतीय टीम के तीन ऐसे बल्लेबाजों के बारे में इस आर्टिकल में जिक्र किया गया है जिनेह डेब्यू टेस्ट सीरीज में ही मैन ऑफ़ द सीरीज का ख़िताब मिला।
सौरव गांगुली
इस खिलाड़ी ने भारतीय टीम के लिए काफी किया है। पहली बार खेलते हुए 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में ही लॉर्ड्स में गांगुली ने शतक जड़ा। अगले टेस्ट में भी दादा ने एक शानदार शतक जड़ा, इसी टेस्ट की दूसरी पारी में भी गांगुली ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 48 रन बनाए थे। इस प्रदर्शन के कारण उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था।
रोहित शर्मा
भारतीय टीम के इस धुरंधर ने अपना टेस्ट डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में किया था। रोहित ने भारत के लिए छठे स्थान पर खेलते हुए पहली पारी में शानदार 177 रन जड़े। दूसरा टेस्ट मुंबई में खेला गया था। इस मैच की रोहित ने नाबाद 111 रन की पारी खेली। सचिन तेंदुलकर का यह आखिरी टेस्ट मैच था। रोहित शर्मा को इस बेहतरीन खेल के लिए मैन ऑफ़ द मैच चुना गया।
पृथ्वी शॉ
इस युवा खिलाड़ी ने भी अपना डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था। राजकोट में खेले गए पहले मैच की पहली पारी में उन्होंने 134 रन की बेहतरीन पारी खेली। भारत ने एक पारी और 272 रन से मैच जीता और पृथ्वी शॉ मैन ऑफ़ द मैच रहे। अगले टेस्ट मैच में उन्होंने 70 और नाबाद 33 रन की पारियां खेली। भारत ने 2-0 से सीरीज जीती और पृथ्वी शॉ मैन ऑफ़ द सीरीज रहे।