विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) में इस बार काफी चीजें देखने को मिली। जिन टीमों के आगे जाने की उम्मीद थी, उनका प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा। जिस टीम के चैम्पियन बनने के बारे में किसी ने नहीं सोचा था, उसने खिताब हासिल किया। हिमाचल प्रदेश की टीम ने तमिलनाडु को वीजेडी मेथड के अंतर्गत 11 रन से फाइनल में हराते हुए खिताब हासिल कर लिया। हिमाचल प्रदेश ने पहली बार खिताबी जीत हासिल की।
टूर्नामेंट में बल्लेबाजों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया और कई बार चौंकाने वाली बल्लेबाजी भी देखने को मिली। जिन बल्लेबाजों ने धाकड़ बल्लेबाजी की, उनको भारतीय वनडे टीम में जगह देने की मांग भी उठ रही है। इस आर्टिकल में तीन ऐसे बल्लेबाजों का जिक्र किया गया है जिन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाए।
ऋतुराज गायकवाड़ - इस बल्लेबाज ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी जबरदस्त बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया था। विजय हजारे ट्रॉफी में उनके बल्ले से और भी ज्यादा धाकड़ प्रदर्शन देखने को मिला। ऋतुराज गायकवाड़ ने विजय हजारे ट्रॉफी में खेले गए 5 मैचों में 603 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 4 शतकीय पारियां खेली।
ऋषि धवन - हिमाचल प्रदेश को खिताब दिलाने में कप्तान ऋषि धवन का अहम योगदान है। बल्ले और गेंद दोनों से उम्दा प्रदर्शन किया। ऋषि धवन ने टूर्नामेंट में 8 मैच खेले और 458 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 5 अर्धशतकीय पारियां देखने को मिली। गेंदबाजी में भी धवन ने धाकड़ खेल का प्रदर्शन किया और 17 विकेट चटकाए। इस लिस्ट में भी उनका दूसरा स्थान रहा।
प्रशांत चोपड़ा - इस बल्लेबाज ने भी प्रभावशाली खेल का प्रदर्शन किया। हिमाचल की टीम को खिताब दिलाने में उनका अहम योगदान रहा है। प्रशांत ने कुल 8 मैचों में 456 रन बनाए। उनके बल्ले से भी 5 अर्धशतकीय पारियां देखने को मिली।